18वी लोकसभा के पहले सत्र का आगाज हंगामे के साथ हुआ. सत्र की शुरुआत से पहले ही इंडिया गठबंधन के सांसद हाथों में संविधान की कॉपी लेकर प्रदर्शन करने उतरे. विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी जमकर हल्ला बोला.
इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी संविधान पर जो कर रहे हैं, वह हमारे लिए एक्सेप्टेबल नहीं है. वे जो चाह रहे हैं, उसे हम होने नहीं देंगे, इसलिए हम आज संविधान की कॉपी शपथ लेने के दौरान लेकर गए.
राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और अमित शाह संविधान पर जो हमला कर रहे हैं, वह हमें स्वीकार्य नहीं है. हम ऐसा नहीं होने देंगे. इसलिए, हमने शपथ लेते समय संविधान को धारण किया. हमारा संदेश जा रहा है, और कोई ताकत भारत के संविधान को छू नहीं सकती है. राहुल की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1975 में लगाए गए आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करने के बाद आई है, जिसमें उन्होंने इसे लोकतंत्र पर ‘काला धब्बा’ कहा था, जब संविधान को खारिज कर दिया गया था.
मल्लिकार्जुन खरगे भी PM मोदी पर बरसे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी ने संविधान तोड़ने की कोशिश की, इसीलिए आज सभी दलों के नेता एक साथ आए हैं और विरोध कर रहे हैं. जहां गांधी की मूर्ति थी, उसे हटा दिया. बाबा आंबेडकर की मूर्ति को भी हटा दिया. हम वहीं प्रदर्शन कर रहे हैं. वे सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ रहे हैं, इसलिए आज हम दिखाना चाहते हैं कि मोदी जी, आपको संविधान के अनुसार आगे बढ़ना चाहिए.”
TMC ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर उठाए सवाल
TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने प्रोटेम स्पीकर के मुद्दे पर भी BJP को घेरा. उन्होंने कहा, “हम इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है. जिस तरह से प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की गई है, वह संवैधानिक प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है और पहले की मिसालों का भी स्पष्ट उल्लंघन है.”