नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज रोजगार मेले (Rozgar Mela) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये नवनियुक्त कर्मियों को 51,000 से अधिक अपॉइंटमेंट लेटर बांटे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त कर्मियों को संबोधित भी किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में, देश की आजादी के और देश के कोटि-कोटि जनों के अमृतरक्षक बनने पर आप सबको बहुत-बहुत बधाई. आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल रहा है, वो देश की सेवा के साथ-साथ देश के नागरिकों की रक्षा भी करेंगे. इसलिए एक तरह से आप इस अमृतकाल के जन और अमृतरक्षक भी हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार रोजगार मेले का ये आयोजन एक ऐसे माहौल में हो रहा है, जब देश गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ है. हमारा चंद्रयान और उसका रोवर प्रज्ञान लगातार चंद्रमा से ऐतिहासिक तस्वीरें भेज रहा है. ऐसे समय में आप अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. सेना में आकर सुरक्षा बलों के साथ जुड़कर, पुलिस सेवा में आकर हर युवा का सपना होता है वो देश की रक्षा का प्रहरी बने, इसलिए आप पर बहुत बड़ा दायित्व होता है. इसलिए आपकी जरूरतों के प्रति भी हमारी सरकार बहुत गंभीर रही है.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi distributes about 51,000 appointment letters to newly inducted recruits in Government departments and organisations, under Rozgar Mela through video conferencing. pic.twitter.com/bEpd3ddb5t
— ANI (@ANI) August 28, 2023
एक दशक में भारत दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक दशक के भीतर भारत दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में से एक होगा. यह मोदी की गारंटी है… किसी भी अर्थव्यवस्था की समृद्धि के लिए यह जरूरी है कि हर क्षेत्र आगे बढ़े. आज ऑटोमोबाइल और ऑटो-कंपोनेंट्स इंडस्ट्री 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है… इस ग्रोथ को संभालने के लिए इंडस्ट्री को युवाओं की जरूरत होगी और इसलिए इस सेक्टर में रोजगार के पर्याप्त मौके होंगे.
50 करोड़ से भी ज्यादा जन धन खाते खोले गए
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 9 साल पहले आज के ही दिन प्रधानमंत्री जन धन योजना लॉन्च की गई थी. इस योजना ने गांव और गरीब के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही रोजगार निर्माण में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. इस योजना के तहत बीते 9 साल में 50 करोड़ से भी ज्यादा जन धन खाते खोले जा चुके हैं. जन धन खातों ने गांवों में महिला सेल्फ हेल्प ग्रूप को भी मजबूत बनाने में बहुत मदद की है. कई महिलाएं तो लखपति दीदी बन गई हैं. इस योजना ने देश में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारत की ग्रोथ महज नंबरों के बारे में नहीं है, इसका असर हर नागरिक पर पड़ेगा. रोजगार के अवसर पैदा होने से आय बढ़ेगी और सभी के लिए जीवन की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित होगी.
दिया यूपी का उदाहरण
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आवेदन से लेकर चयन तक की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा अब 13 स्थानीय भाषाओं में भी करायी जा रही है. इस बदलाव से लाखों युवाओं के लिए रोजगार पाने के अवसर खुल गए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने के लिए ये जरूरी है कि देश के हर सेक्टर का विकास हो. फूड से लेकर फार्मा तक, स्पेस से लेकर स्टार्टअप तक, जब हर सेक्टर आगे बढ़ेगा तो अर्थव्यवस्था भी आगे बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि आप यूपी का उदाहरण ले सकते हैं- कभी यूपी विकास के मामले में बहुत पीछे था और अपराध के मामले में बहुत आगे था. लेकिन अब कानून का राज स्थापित होने से यूपी विकास की नई ऊंचाई छू रहा है.
नक्सल प्रभावित इलाकों में हजारों आदिवासी छात्रों की भर्ती
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में हजारों आदिवासी छात्रों की भर्ती की गई थी. उन्हें नियमों से छूट दी गई ताकि वे विकास की मुख्य धारा से जुड़े रह सकें. सीमावर्ती जिलों और उग्रवाद प्रभावित स्थानों के युवाओं के लिए कांस्टेबल प्रवेश परीक्षा का कोटा बढ़ा दिया गया है. भारत में आज इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हो रहा है. पिछले 9 साल में केंद्र सरकार ने 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए हैं. 2030 तक हमारी अर्थव्यवस्था में टूरिज्म सेक्टर का योगदान 20 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा होने का अनुमान है. माना जा रहा है कि अकेले इस इंडस्ट्री से 13 से 14 करोड़ लोगों को नए रोजगार की संभावना बढ़ने वाली है.
पिछले साल भारत का रिकॉर्ड एक्सपोर्ट
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों के हमारे प्रयासों से परिवर्तन का एक और नया दौर दिखने लगा है. पिछले साल भारत ने रिकॉर्ड एक्सपोर्ट किया. ये संकेत है कि दुनियाभर के बाजारों में भारतीय सामानों की डिमांड लगातार बढ़ रही है. ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र पर चलते हुए भारत सरकार भी ‘मेड इन इंडिया’ लैपटॉप, कंप्यूटर जैसे प्रॉडक्ट्स खरीदने पर जोर दे रही है. इससे मैन्यूफैक्चरिंग भी बढ़ी है और युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके भी बन रहे हैं.