प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने आवास पर सिख प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुरुद्वारों में जाना, सेवा में समय देना, लंगर पाना, सिख परिवारों के घरों पर रहना, ये मेरे जीवन का हिस्सा रहा है. यहाँ प्रधानमंत्री आवास में भी समय समय पर सिख संतों के चरण पड़ते रहते हैं. उनकी संगत का सौभाग्य मुझे मिलता रहता है.
पीएम मोदी ने कहा, ”हमारे गुरुओं ने हमें साहस और सेवा की सीख दी है. दुनिया के अलग अलग हिस्सों में बिना किसी संसाधन के हमारे भारत के लोग गए, और अपने श्रम से सफलता के मुकाम हासिल किए. यही स्पिरिट आज नए भारत की भी है.”
उन्होंने कहा, ”नया भारत नए आयामों को छू रहा है, पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रहा है. कोरोना महामारी का ये कालखंड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. महामारी की शुरुआत में पुरानी सोच वाले लोग भारत को लेकर चिंताएं जाहिर कर रहे थे. लेकिन, अब लोग भारत का उदाहरण दे रहे हैं.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कहा जा रहा था कि भारत की इतनी बड़ी आबादी, भारत को कहाँ से वैक्सीन मिलेगी, कैसे लोगों का जीवन बचेगा? लेकिन आज भारत वैक्सीन का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच तैयार करने वाला देश बनकर उभरा है.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी कुछ समय से थोड़े थोड़े अंतराल पर सिख समुदाय के लोगों से मिल रहे हैं. उन्होंने नौवें सिख गुरु तेग बहादुर की स्मृति में हाल ही में लाल किले पर आयोजित एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया था.