Congress attacks PM Modi: गांधीनगर में पीएम मोदी का पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान पर अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले और देश में पिछले कुछ सालों में हुए बड़े आतंकवादी हमलों में शामिल आतंकियों को ना पकड़ पाने के लिए सरकार पर हमला बोला है।
पवन खेड़ा ने मंगलवार को दिल्ली एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ये कोई मजाकिया विषय नहीं है। पवन खेड़ा ने पीएम पर हमला करते हुए कहा कि पीएम फ़िल्मी डायलॉग मारते है। उन्होंने कहा, जिस तरह से वह कभी प्रेम चोपड़ा की तरह, कभी परेश रावल की तरह, डायलॉग मार रहे हैं। कभी सिंदूर को लेकर, कभी रगों में बहने वाले खून को लेकर, गोली खाओ, रोटी खाओ, ये प्रधानमंत्री हैं? क्या ये प्रधानमंत्री हैं अपने देश के?”
सवालिया अंदाज में कांग्रेस नेता ने सरकार से कुछ सवाल के जवाब ना मिलने की शिकायत की है, उन्होंने कहा आजतक हमें जवाब नहीं मिला कि
- पुंछ, गांदरबल, गुलमर्ग और पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ? • सीजफायर किन शर्तों पर हुआ?
- हाफिज सईद, मसूद अजहर बचकर कैसे निकल गए?
- सीजफायर की शर्तों में इन आतंकियों को वापस लाना शामिल है या नहीं?
उन्होंने कहा, “आज तक हमें इस बात का जवाब नहीं मिला है कि 2023 में पुंछ में जो आतंकियों ने किया, 2 अक्टूबर 2024 को गांदरबल में जो किया, अप्रैल 2025 में पहलगाम में जो आतंकवादियों ने किया, उनका क्या हुआ और वे कहां हैं?”
उन्होंने कहा है कि इस तरह के सवालों के जवाब देने के बजाय प्रधामनंत्री डायलॉग दे रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा है कि गंभीर विषयों पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए।”
संकट के समय कांग्रेस ने दिया था सरकार का साथ
खेड़ा ने कहा जब संकट का दौर आता है तो अपने-परायों की, निडर और कायरों की पहचान हो जाती है। जब 22 अप्रैल को देश पर संकट का समय आया तो कांग्रेस पार्टी के साथ सभी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह मांग की, कि आप आतंकवाद का जवाब दीजिए, हम आपके साथ हैं। नेता विपक्ष राहुल गांधी अपना विदेशी दौरा छोड़कर देश वापस लौटे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तत्काल कार्यसमिति की बैठक बुलाई और बयान जारी कर कहा कि हम सरकार के हर कदम में साथ हैं। इसके बाद राहुल गांधी पहले पहलगाम में जाकर घायलों से मिले और स्थानीय लोगों से मिले। फिर पुंछ में पाकिस्तान की कायराना फायरिंग से प्रभावित लोगों से भी मिले।
‘BJP ने आपदा में अवसर ढूंढा’
उन्होंने आगे कहा जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी और पूरा विपक्ष देशहित में डटा हुआ है, वहीं 22 अप्रैल की रात से आज तक BJP की ओछी राजनीति में कोई कमी नहीं आई है। एक तरफ पूरे देश में आवाज उठ रही थी कि पाकिस्तान को जवाब दिया जाए, आतंकियों के खिलाफ कदम उठाए जाएं। वहीं, BJP के लोग कश्मीर के छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे, देश के अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। इसके साथ ही BJP द्वारा अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी। ये एक सत्ताधारी दल का स्तर है। सच्चाई ये है कि BJP ने आपदा में अवसर ढूंढा है, जो बहुत ही पीड़ादायक बात है। इसलिए ये सवाल आने वाले कई दशकों तक पूछा जाएगा कि जब देश में आपदा आई थी तो कौन क्या कर रहा था?
संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
बता दें कि कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की लगातार मांग कर रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।