आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंक का एक हमला सब पर हमला है. हम रुकेंगे नहीं जब तक आतंकवाद को जड़ से उखाड़ नहीं फेंकेंगे. आतंकवाद ऐसा विषय है जो मानवता पर असर डालता है.. ये इकानामी पर असर डालता है. पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर बिना नाम लिए हमला बोला.
बिना नाम लिए पाक पर हमला
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे देश भी हैं जो आतंकवाद को आर्थिक मदद देते हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा, ये अहम है कि ये कॉन्फ्रेंस भारत में हो रही है. विश्व से पहले भारत ने आतंकवाद का असर झेला, भारत ने दृढ़ता से आतंकवाद का मुकाबला किया. उन्होंने कहा, टेरर फाइनेंसिंग की जड़ पर हमला करना चाहिए. आतंक को लेकर अलग-अलग धारणा है. आतंकवाद को एक ही चश्मे से देखना चाहिए और हर आतंकी हमले का उसी दृढ़ता से मुकाबला करना चाहिए. सम्मेलन में पीएम ने कहा, आतंक की कोई सीमा नहीं होती. सिर्फ जीरो टॉलरेंस अप्रोच उसका मुकाबला कर सकती है.
#WATCH | At 'No Money for Terror’ Conference, PM says, "…Well known that terrorist orgs get money through several sources-one is state support. Certain countries support terrorism as part of their foreign policy. They offer political, ideological & financial support to them…" pic.twitter.com/JwsK8qzVUR
— ANI (@ANI) November 18, 2022
पीएम ने आगे कहा, आतंकवादी उसी वक्त खत्म किया जा सकता है लेकिन पुख्ता रणनीति आतंकवाद की जड़ को समाप्त करती है. उसके लिए एक्टिव रिस्पांस की जरूरत है. हमें आतंकियों का सपोर्ट सिस्टम खत्म करना होगा उनकी फंडिंग रोककर. कुछ देश आतंक को सपोर्ट करते हैं वित्तीय और वैचारिक मदद देकर. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ये संज्ञान में लेना चाहिए. प्राक्सी वॉर के प्रति सख्त रुख अपनाना चाहिए और विश्व को ऐसे रुख के प्रति आगाह होना चाहिए.
‘आतंकियों का पीछा करना जरूरी’
उन्होंने कहा, आतंकवाद को खत्म करने के लिए एक व्यापक, सक्रिय, व्यवस्थित प्रतिक्रिया की जरूरत है. अगर हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें, तो हम तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक कि आतंक हमारे घरों में न आ जाए. हमें आतंकवादियों का पीछा करना चाहिए, उनके समर्थन नेटवर्क को तोड़ना चाहिए और उनके फाइनेंस की कमर तोड़ देनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा, संगठित अपराध, गैंग जो सक्रिय हैं उनका विदेशी कनेक्शन है. उनको मदद देने पर लगाम कसनी चाहिए. साथ ही आर्गेनाइज्ड क्राइम के खिलाफ एक्शन होना चाहिए.