पीएम मोदी ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि, “आप भले ही पृथ्वी के एक कोने से दूर हैं, फिर भी आप हमारे दिलों के निकट बनी रहीं. भारत के लोग आपकी सेहत और आपके मिशन की सफलता की कामना करते हैं. इसके साथ ही, पीएम नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का आमंत्रण भी दिया. उन्होंने कहा कि हर भारतीय चाहता है कि उनकी सफल बेटी यहां आए, और आपकी मेहमाननवाजी करके हमें अत्यंत खुशी होगी.”
पीएम मोदी ने लिखा- आपको पत्र लिखने से खुद को रोक नहीं पाया
सुनीता विलियम्स के साथ बैरी विलमोर भी अंतरिक्ष यात्रा पर गए थे और अब वे दोनों वापस लौट रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की कामना की है. यह पत्र पीएम मोदी ने 1 मार्च को लिखा था, जिसे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को एक्स पर साझा किया. पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स को संबोधित करते हुए लिखा, ‘आज मेरी मुलाकात प्रसिद्ध एस्ट्रोनॉट माइक मैसिमिनो से हुई. बातचीत के दौरान आपका नाम सामने आया, और मैंने उन्हें बताया कि हम आप पर और आपकी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करते हैं. इस चर्चा के बाद, मैंने आपको यह पत्र लिखने का निर्णय लिया.’
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शेयर किया लेटर
जितेंद्र सिंह ने पीएम मोदी के पत्र को साझा करते हुए बताया कि पूरी दुनिया सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भारतीय बेटी के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की, यह कहते हुए कि आप भले ही हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं. सुनीता ने इस स्नेह से अभिभूत होकर प्रधानमंत्री मोदी और भारत के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की.
मंगलवार को न्यूयॉर्क के समयानुसार सुबह 1 बजकर 5 मिनट पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, अन्य चालक दल के सदस्यों के साथ मिलकर ड्रैगन कैप्सूल में सवार हुए और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से प्रस्थान किया. यह कैप्सूल अंतरिक्ष के माध्यम से वायुमंडल में प्रवेश करेगा और अंततः पैराशूट के सहारे पृथ्वी पर लौटेगा. स्थानीय समय के अनुसार, यह शाम 6 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड करेगा.
