पहले सबकुछ प्राकृति होता है था लेकिन समय के साथ सब बदलता गया- पीएम
पीएम ने कहा कि पहले खेती आदि सबकुछ प्राकृतिक होता था लेकिन समय के साथ दबाव बढ़ता गया और प्राकृतिक खेती कम होती गई। लेकिन अब एक बार फिर समय की मांग है कि हम प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। मैं अपने किसान भाई-बहनों से आग्रह करता हूं कि आप प्राकृतिक खेती की तरफ आगे बढ़ें। इसमें खर्च कम होता है उत्पाद भी बढ़ता है। ये सबसे सुरक्षित तरीका है और इससे उपजे फसलों की कीमत भी ज्यादा मिलती है।
पीएम ने कहा, 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है। मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। इस विश्वास के कई कारण भी हैं। तीसरा ये कि पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है। और चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है। पहला ये कि पशुपालन, देश के छोटे किसान जिनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है, उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है। दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं हमारे पास हैं।
पीएम ने लौंगलता का भी किया जिक्र
डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ताकत से किसानों के लिए काम कर रही है। सहकारिता क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली बनास डेयरी और पशुपालकों के बीच एक नई साझेदारी शुरू हुई है। इससे सिर्फ पिंडरा ही नहीं आसपास के सभी क्षेत्रों को इसका लाभ होगा। आसपास के गांवों में दूध खराब होने की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी। अच्छे किस्म के पशुओं को पाला जाएगा। दूध दही छास मक्खन के अलावा यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानी बनारस की छेने की मिठाईयां या लौंगलता का स्वाद और बढ़ जाएगा। अब तो मलईयो का मौसम भी आ ही गया है। एक प्रकार से बनास काशी संकुल बनारस के रस को और बढ़ा देगा।
भारत हर साल करीब 8.5 लाख करोड़ रुपये के दूध का उत्पादन करता है- पीएम
पीएम ने कहा, पशुपालक परिवारों की मदद से आज भारत हर साल करीब 8.5 लाख करोड़ रुपये के दूध का उत्पादन करता है। ये राशि, जितना भारत में गेहूं और चावल का उत्पादन होता है, उसकी कीमत से भी कहीं ज्यादा है। इसलिए भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
हम किसानों के लिए कर रहे कई काम
आज वाराणसी और आसपास का पूरा क्षेत्र एक बार फिर से पूरे देश, उत्तर प्रदेश के गांवों, किसानों, पशुपालकों के लिए बहुत बड़े कार्यक्रम का साक्षी बना है। पीएम ने कहा कि हमने कामधेनु आयोग का गठन किया, हजारों करोड़ का विशेष फंड बनाया है, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा है। किसानों को गुणवत्ता वाले बीज फ्री में मिलें इसका भी कार्य हो रहा है। हमारी सरकार सिर्फ कोरोना वैक्सीन ही मुफ्त नहीं लगा रही बल्कि पशु धन को बचाने के लिए अनेक टीके मुफ्त लगा रही है।
गाय हमारे लिए माता
पीएम मोदी ने अपना संबोधन लोगों के अभिवादन से किया। पीएम ने कहा कि वाराणसी के पिंडरा क्षेत्र के प्रणाम करत हईला। जौनपुर के लोगन के भी प्रणाम। आज ये क्षेत्र एक बार फिर से पूरे प्रदेश के किसानों के लिए बहुत बड़े आयोजन का साक्षी बना। आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती है। उनकी स्मृति में देश किसान दिवस मना रहा है। हमारे यहां गाय की बात करना गोबर की बात करना कुछ लोगों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं जैसे कोई गुनाह कर दिया हो। गाय कुछ लोगों केलिए गुनाह हो सकती है हमारे लिए माता है।
पीएम मोदी ने काशी को दी 2100 करोड़ की सौगात
पीएम मोदी ने बटन दबाकर बनास दुग्ध प्लांट से लेकर तमाम विकास परियोजनाओं की सौगात दी है। इस मौके पर पीएम ने मंच से छह लोगों को घिरौनी भी दी।
सीएम बोले ये बात
सीएम ने कहा कि, पिछले 10 दिनों से काशी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। काशी की सांस्कृति पहचान को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही है, इसके लिए उनका यूपी और मेरी ओर से आभार व धन्यवाद।
प्रधानमंत्री को दिया जाएगा खास तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी में इस बार कुछ खास तोहफा देने की तैयारी की गई है। यहां पीएम मोदी को किसानों द्वारा लकड़ी का स्टेच्यू भेंट किया जाएगा, तो वहीं प्रधानमंत्री को खास तरह के अंग वस्त्र से अभिनंदन किया जाएगा।
संत रविदास मंदिर में सामुदायिक भवन का लोकार्पण
रविदासिया धर्म के आस्था का प्रमुख केंद्र संत रविदास मंदिर का संपूर्ण क्षेत्र विकास की नई इबारत लिख रहा है। मंदिर क्षेत्र में राजकीय निर्माण निगम ने 5.35 करोड़ की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री आज सामुदायिक भवन का लोकार्पण करेंगे। संत रविदास के जन्मोत्सव पर सीर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार ने इसका निर्माण कराया है।