देशभर में 10 करोड़ की ठगी, इंटरनेशनल साइबर ठग महाराष्ट्र से गिरफ्तार

राजनांदगांव/(दैनिक पहुना)। मिशन साइबर सुरक्षा के तहत साइबर सेल और राजनांदगांव की कोतवाली थाना पुलिस ने कंबोडिया स्कैम सेंटर (Cambodia Scam Center) के इंटरनेशनल साइबर ठग को पुणे से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पहले भी इंटरनेशनल साइबर ठगों के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरोह ने देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की थी. पुलिस ने इस मामले का  खुलासा किया कि इंटरनेशनल साइबर ठगों का गिरोह कंबोडिया स्थित स्कैन सेंटर में नौकरी दिलाने और अन्य कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर ठगते थे. राजनांदगांव जिले के रहने वाले रुपेश साहू भी इन ठगों का शिकार हुए थे.

कौन है गिरफ्तार आरोपी

इस मामले में पुलिस जांच कर रही थी और चार ठग पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे. पुलिस ने आरोपी अलकेश कुमार प्रेमजी भाई मांगे को पुणे (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया है. आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और 8 सिमकार्ड बरामद हुए हैं. आरोपियों ने देश भर में अलग-अलग तरीके से ठगी की घटना को अंजाम दिया था.

इसी वर्ष कंबोडिया गया था आरोपी

इंटरनेशनल ठग गिरोह ने पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया. आरोपी अलकेश मांगे इसी साल जनवरी में कंबोडिया गया था. उसके बाद लौटकर आया और अपने साथियों के साथ मुंबई में अलग-अलग तरीकों से सक्रिय रहा. वह कंबोडिया स्थित स्कैन सेंटर को बैंक खाता व सिमकार्ड उपलब्ध कराने के लिए काम करता था. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न सामान बरामद कर पूरे मामले की जांच की जा रही है.

SHADI.COM प्लेटफर्म एवं ADONI One ग्रुप, CISCO, COSTCOP आदि फर्जी इन्वेस्टमेन्ट कंपनी एवं ऑनलाईन जॉब व टास्क के नाम से किया जाता था ठगी

राजनांदगांव। ‘‘मिशन साइबर सुरक्षा’’ के तहत साइबर सेल पुलिस द्वारा कंबोडिया स्कैम सेंटर के इंटरनेशनल साइबर ठग को पुणे (महाराष्ट्र) से किया गिरफ्तार गया। पूर्व में भी इंटरनेशनल साइबर ठग गिरोह के 04 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है, कम्बोडिया स्थित स्कैम सेंटर में बैठकर भारतीय लोगों से करता था ठगी। इंटरनेशनल साइबर ठगों के गिरोह द्वारा कम्बोडिया स्थित स्कैम सेंटर मे SHADI.COM प्लेटफर्म एवं ADONI One ग्रुप, CISCO, COSTCOP आदि फर्जी इन्वेस्टमेन्ट कंपनी एवं ऑनलाईन जॉब व टास्क के नाम से किया जाता था भारतीयों से ठगी। इसी कड़ी में प्रार्थी रूपेश साहू संचालक च्वाईस सेंटर स्टेशन रोड निवासी लखोली ने थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके बैंक ऑफ बड़ोदा स्थित बैंक खाता में बीते 22 दिसंबर को राजनांदगांव निवासी आशुतोष शर्मा के द्वारा धोखाधड़ीपूर्वक कही से ठगी गई रकम कुल 90000/- रूपये को मंगाने से प्रार्थी का उक्त बैंक खाता फ्रीज हो गया है। प्रार्थी की सूचना पर आरोपी आशुतोष शर्मा के विरूद्ध अपराध क्रमांक 33/25 धारा 318(4) बीएनएस, 66(सी) आई.टी. एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। वर्तमान में बढ़ रहे सायबर अपराधों में म्यूल बैंक एकाउण्ट के उपयोग को देखते हुए कड़ी कार्यवाही हेतु पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग के निर्देशन में में संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की पतातलाश करने हेतु टीम गठित किया गया। पुलिस टीम द्वारा सर्वप्रथम आरोपी आशुतोष शर्मा से कड़ाई से पूछताछ की गई। आशुतोष शर्मा के मेमोरण्डम के आधार पर मामले में 03 आरोपी 1-श्रेणिक कुमार सांघवी पिता नरेश भाई सांघवी उम्र 24 साल, निवासी 204/सी राजारतन अपार्टमेंट कोसाम्बा रोड बिहाइन्ड श्रॉफ चाल वलसाड, जलाराम पुलिस चौकी जिला वलसाड गुजरात को वलसाड गुजरात से एवं अन्य आरोपी 2- शुभम तिवारी पिता अवधेश तिवारी उम्र 26 वर्ष निवासी रामनगर, जेल रोड़ वार्ड नं. 21 डोंगरगढ़ जिला राजनांदगांव को डोंगरगढ़ से 3-दीपक नरेडी पिता गणेश नरेड़ी, उम्र 27 साल, निवासी ग्राम बसंतपुर, पुलिस चौकी मोहारा, थाना डोंगरगढ़ जिला राजनांदगांव (छ.ग.), 4-रोहित महेश कुमार वीरवानी पिता महेश कुमार सजनमल वीरवानी उम्र 32 वर्ष, निवासी – फलैट नंबर ए-2/201 कोकाने चौक मिरचंदानी पॉम्स राहाटानी हवैली सौदागर पुणे महाराष्ट्र हाल- जोगेश्वरी वेस्ट पटेल स्टेट रोड लोधा युनिका बिल्डिंग 20 वां मंजिल मकान नं 2006 वेस्ट अंधेरी मुंबई (महाराष्ट्र) को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध पृथक से धारा 319, 317 (4), 112, 61 बीएनएस व धारा 66 (सी) आई.टी.एक्ट जोडी गई है। उक्त चारों आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गिरफ्तार आरोपी श्रेणिक व रोहित वीरवानी के मेमोरण्डम कथन एवं साक्ष्यों के आधार पर कम्बोडिया देश स्थित स्कैम (ठगी) सेंटर में जाकर ठग गिरोहों के साथ सक्रिय रहकर ठगी हेतु विभिन्न बैंक खाता कीट व रजिस्टर्ड सीम कार्ड प्रोवाइड कराने, ठगी करने में गिरोह का सहायता करने एवं उन्हीं भारतीय रकम से क्रिप्टोकरेंसी- USDT(U.S DOLLAR TETHER) खरीदकर वापस कम्बोडिया साइबर ठगों को पहुंचाने में मदद करने का काम करने वाले आरोपी अल्केष कुमार प्रेमजी भाई मांगे निवासी डुंगरी वल्साड़ गुजरात जो कि कंबोडिया से वापस बैंकॉक होते हुये पुणे एयर पोर्ट आने की सूचना पर राजनांदगांव साइबर टीम द्वारा 20 मार्च को पुलिस थाना विमानतल पुणे महाराष्ट्र से हिरासत में लिया गया।

 

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