धमतरी। चंद पैसों के विवाद में इंसान किस तरह से इंसान के खून का प्यासा बन जाता है इसकी बानगी जिले के ग्राम पोटियाडीह में देखने को मिली. दरअसल, बीते रविवार की सुबह पोटियाडीह स्टेडियम के पास एक युवक की लाश मिली थी. अर्जुनी थाना पुलिस औऱ सायबर सेल की संयुक्त टीम ने इस अंधे कत्ल का 24 घंटे के अंदर खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक की शिनाख्त खिलेश्वर उर्फ खिल्लू के रूप में हुई थी, जो कि खरतुली गांव का रहने वाला था. रविवार की सुबह पोटियाडीह स्टेडियम के खिलेश्वर की लाश मिलने के बाद उसके बड़े भाई गणेश्वर साहू ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार रात करीब 8 बजे खिलेश्वर अपनी मोटरसायकल से कही जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन उसके बाद वापस घर लौटकर नहीं आया था. अगले दिन सुबह उसके चाचा मनहरण साहू ने उसे बताया कि खिलेश्वर मृत हालत में पोटियाडीह स्टेडियम के पास पड़ा हुआ है. जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा. इस दौरान उसने देखा कि वह खिलेश का शव पड़ा हुआ है. उसकी आंख और नाक के पास चोट के निशान थे जिनसे लगातार खून बाह रहा था.
मामले में खिलेश्वर के परिजन हत्या कि आशंका जता रहे थे, इस बीच अर्जुनी थाना पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए धमतरी के जिला अस्पताल में भेजा था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि खिलेश्वर के सिर में चोट लगने से उसके मस्तिष्क की नस फट गई थी, जिस वजह से उसकी मौत हुई है. इधर मामले की जांच के दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर खिलेश्वर के दोस्त हुमन साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, इस दौरान उसने खिलेश्वर की हत्या की बात कबूल कर ली.
सिर के बल गिरने से हुई खिलेश्वर की मौत
हुमन साहू को पुलिस ने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले मजदूरी के पैसे को लेकर हुए विवाद के बाद शनिवार रात दोनों ने पोटियाडीह स्टेडियम के पास बैठकर शराब पी, इस दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया और देखते ही देखते दोनों के बीच हाथापाई हुई. इस दौरान उसके धक्का देने से खिलेश्वर सिर के बल गिर गया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद वह मौके से फरार हो गया और अपने घर की बड़ी में जाकर खून से सने अपने कपड़ों को जला दिया. मामले में पुलिस ने आरोपी हुमन को आज न्यायलय में पेशी के बाद जेल भेज दिया है.
उक्त कार्यवाही में उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी अर्जुनी निरीक्षक राजेश मरई,सायबर सेल प्रभारी निरी.सनी दुबे,सउनि.राजेंद्र सोरी, उत्तम निषाद,अमित सिंह,प्रआर.जामवंत देशमुख, खोमेंद्र भारद्वाज,आरक्षक खेमू हिरवानी,जीवन,भावेश, राजेश साहू, कुणाल साहू, भागवत साहू सायबर सेल से प्रआर. हरीश साहू, लोकेश नेताम आरक्षक योगेश नाग,दीपक,मनोज,जीवन का विशेष योगदान रहा.