नई दिल्ली: बिजली संकट पर सियासी संग्राम छिड़ गया है. दिल्ली शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार को इस मामले पर चिट्टी लिखी तो केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कोयला क्राइसिस की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया वहीं दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अब केंद्रीय मंत्री पर पलटवार करते हुए उनके दावे को गलत बताया है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के बयान से साफ दिख रहा है कि केंद्र सरकार अब बहाने ढूंढ़ रही है.
‘लगातार किया जा रहा था आगाह’
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, केंद्र को लगातार कोल क्राइसिस (Coal Crisis) के लिए आगाह किया जा रहा था. लगातार कोल क्राइसिस की सूचनाएं आ रही थीं. लेकिन केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने किसी भी तरह की क्राइसिस को खारिज करते हुए इसको अफवाह बताया और ये तक कहा कि केजरीवाल को चिट्ठी नहीं लिखनी चाहिए थी, मुझे बहुत दुख हुआ कि यूनियन मिनिस्टर इस तरह की सोच लेकर चल रहे हैं कि कोई क्राइसिस नहीं है. इससे साफ दिख रहा है कि केंद्र सरकार बहाने ढूंढ़ रही है.
‘केजरीवाल को झूठा साबित करने की कोशिश’
सिसोदिया ने कहा, केंद्र ने ऑक्सीजन क्राइसिस को भी इसी तरह से ही नकारा था. केंद्र सरकार बेशर्मी से कह रही है कि कोई कॉल क्राइसिस नहीं है, यह आंखें बंद करने की नीति घातक है. केंद्र सरकार अभी भी बेशर्मी दिखा रही है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को झूठा साबित करने की कोशिश की गई जबकि दिल्ली, पंजाब, यूपी और आंध्र प्रदेश की सरकारों ने केंद्र को पॉवर क्राइसिस की जानकारी दी है. लगता है केंद्र के पास समाधान नहीं है. उन्होंने कहा, वक्त रहते केंद्र इस पर ध्यान दे. सरकारें सहयोग से चलती हैं.
केंद्रीय मंत्री का क्या कहना है?
देश में बड़े बिजली संकट की खबरों पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह (RK Singh) ने कहा कि देश में कोयले की कमी (Coal Crisis) नहीं है. इस बात को बेवजह बढ़ाया जा रहा है. ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि कल (शनिवार) शाम को दिल्ली के उप-राज्यपाल (LG) से बात की. सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र भेजा है. मैंने उन्हें कहा है कि बिजली की उपलब्धता ठीक है और ठीक ही रहेगी. आज हमने बैठक भी बुलाई थी. दिल्ली में बिजली की आपूर्ति पूरी है और आगे भी होती रहेगी.