Follow These Habits to Become a Topper: अगर आप एक स्टूडेंट हैं और किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आज की यह खबर आपके बड़े काम आने वाली है. दरअसर, आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने जीवन में किन छोटी-छोटी आदतों को फॉलो करके दुनिया के किसी भी बड़े से बड़े एग्जाम में आसानी से टॉप कर सकते हैं. ऐसा कहा भी जाता है कि सफलता पाने के लिए इंसान को अपनी आदतों में समय-समय पर बदलाव करते रहना चाहिए, ऐसे में अगर आप किसी भी एग्जाम में टॉप करना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए इन 7 खास आदतों को आज से ही फॉलो करना शुरू कर दें.
1. टाइम मैनेजमेंट: अगर आप कभी किसी टॉपर से बात करें, तो वह आपको एग्जाम में टॉप करने की कई सारी टिप्स बताएगा, लेकिन उन टिप्स में आपको एक चीज कॉमन मिलेगी और वो है टाइम मैनेजमेंट. इसलिए आप किसी भी एग्जाम की तैयारी करें पर उसके अनुसार अपना टाइम जरूर मैनेज करें.
2. स्मार्ट स्टडी: आज से समय में अच्छा रिजल्ट हासिल करने के लिए केवल हार्ड वर्क से काम नहीं चलता. इसके लिए आपको हार्ड वर्क के साथ स्मार्ड वर्क भी करना पड़ता है. इसलिए अगर आप बेहतक रिजल्ट चाहते हैं, तो आप आज से ही स्मार्ट स्टडी पर फोकर करना शुरू करें.
3. कुछ नया सीखें: आप हमेशा कुछ ना कुछ नया सीखने की इच्छा रखें. एक टॉपर की पहचान होती है कि वो अपनी पूरी जिंदगी में कभी भी सीखना बंद नहीं करता है. वो अपने आप को हमेशा के Learner के रूप में देखता है.
4. सही समय पर पूछे सही प्रश्न: अक्सर देखा गया है कि जो छात्र कक्षा में किसी भी टॉपिक में डाउट होने पर अपनी टीचर से सवाल नहीं करते, उनके कॉन्सेप्ट चीजों को लेकर कभी क्लियर नहीं होते. जिस कारण वे टॉप करना तो दूर, वे अच्छे मार्क्स भी नहीं ला पाते. जबकि एक टॉपर हमेशा अपने डाउट्स समय पर क्लियर करके अपने टॉपिक और कॉन्सेप्ट को पक्का कर लेते हैं.
5. गलतियों से सीखें: अगर आप टॉपर बनना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि जो गलती आप कर चुके हैं. आप उन्हें भविष्य में ना दोहराएं. इसके अलावा ऐसा कहा भी जाता है कि जो इंसान दूसरों की गलतियों से सीखता, वो ही भविष्य में सफलता प्राप्त करता है.
6. सेल्फ स्टडी: दरअसल, सेल्फ स्टडी वो हथियार है, जिसके दम पर आप कोई भी युद्ध जीत सकते हो. आसान भाषा में कहे, तो सेल्फ स्टडी से ही किसी भी व्यक्ति की नॉलेज बढ़ती है, जिससे उसे एग्जान में अच्छे मार्क्स हासिल करना का कॉन्फिडेंस आता है.
7. रटने की बजाय समझने पर दें जोर: अगर आप रटने की आदत रखेंगे, तो आप थ्री इडियट के चतुर के जैसे ही बन जाएंगे. जिसे बस रट के मार्क्स लाना आता है. वहीं अगर आप रटने की बजाय समझकर पढ़ने की कोशिश करेंगे, तो यकीनन आप किसी भी कॉन्सेप्ट को आसानी से समझ पाएंगे और साथ ही परीक्षा में अपनी लैंग्वेज में उत्तर देने से आपकी कम्युनिकेशन स्किल भी सुधरेगी.