गुवाहाटी (असम). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को बिहू उत्सव (Bihu Utsav in Assam) में भाग लेने के लिए असम पहुंचे. पीएम मोदी रोंगाली बिहू के मौके पर असम सरकार की ओर से आयोजित किए गए एक विशाल कार्यक्रम में पहुंचे. यहां प्रधानमंत्री मोदी के सामने करीब 11,000 नृतकों ने प्रस्तुति दी जो कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness Book of World Record) में शामिल हो गया. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, यहां आज का जो कार्यक्रम है वो अद्भुत है अविश्वसनीय है, इसकी आवाज़ पूरा दुनिया सुन रही है. ये अवसर-उत्सव बड़ा है और आपलोगों का जोश और जज्बा बहुत लाजवाब है. आज असम बहुत आगे जा रहा है. आज पंजाब सहित देश के कई प्रांत में वैशाखी मनाई जा रही है. जो उत्सव मना रहे हैं वो एक भारत श्रेष्ठ भारत का योगदान है. पीएम मोदी ने कहा, आज असम को एम्स और तीन नए मेडिकल कालेज मिले हैं और ब्रह्मपुत्र पर रेलवे लाइन बनी है. उन्होंने कहा, जल्द ही असम कई प्रदेशों को एथनॉल सप्लाई करेगा.
पीएम मोदी ने कहा, सभी असम वासियों ने अपने संस्कृति को संभाल कर रखा है इसके लिए मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं. उन्होंने कहा, जिन लोगों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया है सभी को बधाई देता हूं, ये असमवासियों के लिए दिल और आत्मा का त्योहार है. उन्होंने कहा, बिहू को सिर्फ शब्द से कोई नहीं समझ सकता है, इसे समझने के लिए कोको फूल से होता है. घर घर में बनने वाले विशेष व्यंजन से होता है.
‘मेरा भरोसा देश के नौजवानों पर’
प्रधानमंत्री ने कहा, सत्ताएं बदली, शासन आते जाते रहे, लेकिन यहां की संस्कृति नहीं बदली. आज भारत की यही आधारशिला भी है. भूपेन हाजारिका जी की गीत यहां के नौजवानो के लिए है – बिस्सा बिजयी नौजवान.” उन्होंने कहा, मेरा भरोसा देश के नौजवानों पर है. हम पूरी ईमानदारी से आपके लिए मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. देश में कनेक्टिविटी में भी हमने बहुत काम किया है. आज हमारे लिए चार दिशाओं में काम करने वाला महायज्ञ है.
पीएम मोदी ने कहा, फिजिकल कनेक्टिविटी, सोशल कनेक्टिविटी है. जल जीवन योजना से करोड़ो लोगों को पीने का जल मिलने लगा है. हमें विकसित भारत में इसी माहौल को लेकर आगे जाना है. पीएम मोदी ने कहा सबका साथ सबका विकास की कामना है. सभी लोगों को नव वर्ष मंगलमय हो. आज बिहू महोत्सव के कार्यक्रम को पूरा दुनिया देखेगी.
बता दें अप्रैल मध्य में मनाए जाने वाले रोंगाली या बोहाग बिहू से असमी नव वर्ष की शुरुआत होती है तथा इसे असम और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है.