राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत स्थानीय स्टेशन की आरक्षण खिड़की में महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। टिकिट के लिये उन्हें कतार में पुरूषों के बीच भी खड़ा होना पड़ रहा है और इस बीच उन्हें धक्के भी सहने पड़ रहे हैं। खास बात कि यह सबके चलते सुरक्षाकर्मी भीवहां पर नजर नहीं आते।
आरक्षण की खिड़की की यह तस्वीर देखकर स्थिति को समझा जा सकता है कि महिलाओं को किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि लाइन में लगे लोग उन्हें कतार से बाहर होकर अलग लाइन बनाने के लिये कहते हैं, लेकिन काऊंटर तो एक ही होता है जिससे उनकी परेशानी कम नहीं होती। पहले महिलाओं और पुरूषों को अलग-अलग लाइन लगती थी तो सुविधा होती थी। उक्त संबंध में रेलवे के स्टेशन प्रबंधक आरके बर्मन ने कहा कि रेलवे प्रशासन ने महिलाओं और पुरूषों में कभी भेदभाव नहीं किया है। कतार एक ही लगे या अलग-अलग वह लोगों की अपनी समझदारी होती है।