लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज यानी सोमवार को कैबिनेट में 3 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। वहीं, आज 5 दिसंबर से शुरू हुआ विधानसभा सत्र तीन दिनों तक चलेगा। सत्र की शुरुआत पूर्व में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देकर की गई। इसके बाद राज्य सरकार के वित्त मंत्री द्वारा पहला अनुपूरक बजट पेश किया गया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे स्थगित कर दी गई।
इसी दौरान मुख्यमंत्री ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि, “पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह का निधन हम सभी के लिए दुखद है। मुलायम सिंह जमीन से जुड़े नेता रहे। समाजिक कार्य अविस्मरणीय रहा।” इसी कड़ी में यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कैबिनेट में 3 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। बता दें कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा 33769.54 करोड़ का कुल अनुपूरक बजट पेश किया गया, जिसमें क्रेंद से 2886.51 करोड़ रूपए की सहायता प्राप्त हुई। इसके बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। वहीं, अब कल यानी मंगलवार को इस बजट पर चर्चा की जाएगी।
कैबिनेट में इन 3 प्रस्तावों पर लगाई गई मुहरः-
-अप्रचलित और अनुपयोगी कानूनों को निरस्त किए जाने हेतु प्रस्तावित ‘उत्तर प्रदेश निरसन विधेयक 2022’ को अधिनियमित किया जाए।
-उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपात सेवा विधेयक 2022 को प्रख्यापित कराए जाए।
-पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर राजकीय पॉलिटेक्निकों और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का संचालन होगा। वहीं, शीतकालीन सत्र से पहले ही विधानसभा के अंदर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने सपा नेता धरने पर बैठ गए।
जहां उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही सपा नेताओं ने कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के कई मुद्दे को लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए।