धान उपार्जन केन्द्र की व्यवस्था से संतुष्ट होकर किसान उत्साह से कर रहे धान का विक्रय
राजनांदगांव। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जिले में किसानों से धान खरीदी की सुचारू व्यवस्था के लिए लगातार धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के छाया के लिए विश्राम स्थल, पेयजल, प्राथमिक उपचार किट, अग्निशमन, हमाल, वैक्सीनेशन के लिए मोबाईल मेडिकल टीम सहित अन्य व्यवस्था की गई है। जिससे किसान संतुष्ट एवं प्रसन्न हैं और उत्साह से धान का विक्रय कर रहे हैं। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज धान उपार्जन केन्द्रों में पहुंचकर किसानों से चर्चा कर वहां की व्यवस्था की जानकारी ली। किसानों ने उत्साहपूर्वक बताया कि धान विक्रय करने में कोई परेशानी नहीं है। समिति प्रबंधकों द्वारा सभी व्यवस्था की गई है। समितियों द्वारा बारदाना उपलब्ध कराया जा रहा है। ग्रामवार टोकन कटने से धान विक्रय करने के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। धान विक्रय के दिन आने पर आसानी से धान का विक्रय कर पा रहे हैं। वहीं धान विक्रय की राशि का भुगतान शासन द्वारा डीबीटी के माध्यम से खाते में किया जा रहा है। धान खरीदी केन्द्र में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पंजीकृत किसानों के नाम चस्पा किए गए हैं। धान को कैप कव्हर से ढककर रखा गया है। वहीं धान का उठाव लगातार किया जा रहा है।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज डोंगरगांव, छुरिया और डोंगरगढ़ विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने डोंगरगांव विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्र कोकपुर, छुरिया विकासखंड के धान उपार्जन केन्द्र शिकारीमहका और डोंगरगढ़ विकासखंड के लाल बहादुर नगर, रामाटोला एवं ढारा के धान उपार्जन केन्द्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि किसान अपना धान आसानी से विक्रय कर सके, इसके लिए केन्द्रों में सभी व्यवस्था की गई है। धान उपार्जन केन्द्र में बारदाना पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। पीडीएस, मिलर्स तथा शासन द्वारा बारदाना धान खरीदी केंद्र में पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने मिलर्स और संग्रहण केन्द्र में भेजे जाने वाले धान की स्टेकिंग किए गए बोरा का प्रत्यक्ष नापतौल कराया, जिससे संतुष्ट हुए। उन्होंने कहा कि धान क्रय करने से पहले उसकी गुणवत्ता का जांच करें। खराब धान को साफ करके लिया जाए। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में धान की गुणवत्ता, आद्र्रतामापी यंत्र से धान की नमी, कांटा-बांट नाप तौल, बारदाना तथा स्टैकिंग की जांच की। जिन धान खरीदी केन्द्रों में अधिक खरीदी हुई है वहां धान का उठाव पहले करने के निर्देश दिए।कलेक्टर श्री सिन्हा ने निरीक्षण के दौरान किसानों से चर्चा की। ग्राम अड़ाम के किसान श्री गोवर्धन ने बताया कि डेढ़ एकड़ खेत है और 53 कट्टा धान बेचने आए हैं। ग्राम अड़ाम के ही किसान परसराम ने बताया कि साढ़े 5 एकड़ जमीन है और 200 कट्टा धान बेचने के लिए लाए हैं। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा धान बेचने के लिए सभी व्यवस्था की गई है। बैंकों में भी राशि निकालने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती। इस अवसर पर एसडीएम डोंगरगढ़ गिरीश रामटेके, एसडीएम डोंगरगांव हितेष पिस्दा, खाद्य अधिकारी भूपेन्द्र मिश्रा, तहसीलदारपटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।