देश का पहला राज्य बना पंजाब, जिसका विधानसभा हुआ पेपरलैस, विधायक चलाएंगे टैब

चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि विधानसभा का कामकाज ऑनलाइन करने से विधायकों की कार्यकुशलता बढ़ेगी और वे लोगों के मुद्दों को और ज्यादा प्रभावी ढंग के साथ उठा सकेंगे. इसके अलावा लोगों को भी विधायकों की कारगुजारी के बारे में जानने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह बड़े गौरव और संतोष की बात है कि पंजाब, देश की पहली ऐसी विधानसभा है जिसने देश में विभिन्न एप्लीकेशनों की शुरूआत करके अत्याधुनिक प्रणाली लागू की. भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने यह कदम आम आदमी की भलाई और विधायकों को होगा.

पंजाब विधानसभा में नेशनल ई-लॉ एप्लीकेशन (नेवा) के लॉन्च करते हुए सभी मंत्रियों व विधायकों के सदन में एप्लीकेशन को चलाने की तकनीक संबंधी ट्रेनिंग दी गई. इसके साथ सदन के सभी सदस्यों को टैब भी दिए गए ताकि वह विधानसभा की कारगुजारी संबंधी सभी कामकाज को निपटाने के साथ सदन की कार्यवाही को देख सके जबकि सरकार ने विधानसभा को पेपर लैस करने के लिए से सेशन आयोजित किया है ताकि पंजाब के सभी विधायक कंप्यूटर की नई तकनीक से अवगत हो सके, जिसका प्रयोग आने वाले सेशन के दौरान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने भी वीरवार को पंजाब विधानसभा में नेशनल ई-लॉ एप्लीकेशन (नेवा) को लॉन्च करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया.

इस स्पेशल ट्रेनिंग के लिए सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था. लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के तीन विधायकों को छोड़ सभी गैरहाजिर रहे जबकि अकाली दल-बसपा और भाजपा के सभी विधायक और सत्तापक्ष आम आदमी पार्टी के भी अधिकतर विधायक मौजूद रहे. नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा समेत अधिकतर कांग्रेसी विधायक वर्कशाप में गैरहाजिर रहे. जबकि कांग्रेस के विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, संदीप जाखड़, शिअद नेता मनप्रीत सिंह अय्याली, सुखविंदर सुक्खी, गनीव मजीठिया समेत बसपा व भाजपा का एक एक विधायक आदि मौजूद रहे.

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