बठिंडा. पंजाब के बठिंडा के सबसे बड़े मिलिट्री स्टेशन पर गोलीबारी की घटना में चार लोगों की मौत हो गई है. घटना करीब सुबह 4.35 बजे की बताई जा रही है. घटना के बाद सेना ने पूरे एरिया को सील कर दिया है. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि हमला करना वाले कौन थे. पुलिस और सेना ने इस हमले में आतंकी एंगल होने से इनकार कर दिया है. सेना लगातार सर्च ऑपरेशन कर रही है. वहीं पुलिस को कैंप के अंदर दाखिल होने से सेना ने रोक दिया है. भारतीय सेना ने कहा कि मृतक जवानों के परिजनों को सूचना दे दी गई है. बठिंडा मिलिट्री स्टेशन फायरिंग की घटना पर अब से थोड़ी देर में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी देंगे.
कुछ दिन पहले गायब हुई थी एसॉल्ट राइफल
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक यह हमला आपसी टकराव के चलते हुआ है. सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मिलिट्री स्टेशन के अंदर पुलिस को भी जाने की अनुमति नहीं है. हालांकि पुलिस लगातार अंदर जाने की कोशिश कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन 4 लोगों की मौतें हुई हैं. वे 80 मीडियम रेजिमेंट के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिन पहले यूनिट गार्ड के रूम से एक इन्सास एसॉल्ट राइफल गायब हुई थी. बताया जा रहा है कि फायरिंग करने वाला सादे कपड़े में था. लापता हथियार की तलाश जारी है.
पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे सेना के अधिकारी
बठिंडा फायरिंग मामले में पंजाब पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ मिलिट्री के अफसरों के फोन पर बातचीत की. इस पूरे घटनाक्रम के साथ-साथ कानून व्यवस्था पर बातचीत हुई है. पुलिस सूत्रों की माने तो आज सीनियर अफसर मिलिट्री ऑफिसर के साथ मीटिंग कर सकते हैं. पुलिस के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक हालांकि ज्यादा चीजें पंजाब पुलिस के साथ फिलहाल शेयर नहीं की गई हैं.
बठिंडा पुलिस ने आतंकी हमले से किया इनकार
बठिंडा के एसएसपी गुरमीत खुराना ने कहा कि ये टेरर अटैक नहीं है. न ही पैनिक होने की कोई बात है. मौके पर हमारी टीम मौजूद है. हमले की जांच की जा रही है. स्थिति नियंत्रण में हैं. ये आर्मी का अंदरूनी मसला है. हम आर्मी से लगातार संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक एनएसजी अभी बठिंडा नहीं जाएगी. सेना ने फिलहाल एक प्रेस नोट के माध्यम से घटना की जानकारी दी है. हालांकि यह भी बात सामने निकल कर आई है कि यह कोई आतंकी हमला नहीं है.
पंजाब में हाई अलर्ट जारी
मौके पर सेना के अधिकारी मुआयना कर रहे हैं और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है.उधर पंजाब में घटना के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और केंद्रीय एजेंसियों को भी इस बारे में सूचना दे दी गई है. स्टेशन क्विक रिएक्शन टीमों को सक्रिय किया गया.दि ट्रिब्यून की एक ताजा रिपोर्ट में एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि सैन्य क्षेत्र को सील कर दिया गया और तलाशी अभियान जारी है. रक्षा मंत्रालय और सेना मुख्यालय के अलावा, पुलिस और सहयोगी एजेंसियों को भी घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है.
बठिंडा एक महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान है और 10 कोर का मुख्यालय है, जो जयपुर स्थित दक्षिण पश्चिमी कमान के अधिकार क्षेत्र में आता है. स्टेशन बड़ी संख्या में परिचालन सेना इकाइयों और और सैन्य आवास भी हैं.1970 के दशक के दौरान यहां गोला-बारूद डिपो स्थापित किए गए थे क्योंकि यह क्षेत्र बहुत कम आबादी वाला था. आज भी यहां पर भारी मात्रा में गोला बारूद रखा जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पठानकोट एयरबेस पर 2016 के हमले के बाद यहां कि सुरक्षा सेवाओं की दोबारा जांच की गई थी और बठिंडा छावनी ने आतंकवादी हमलों के खिलाफ 50 पुलिसकर्मियों के एक समूह को विशेष प्रशिक्षण दिया था.