Most Powerful Weapons of Russia: पश्चिमी देशों को परमाणु युद्ध की चेतावनी और यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को दुनिया का सबसे बड़ा सुपरसॉनिक बॉम्बर पेश किया. इसका नाम है टुपोलेव टीयू-160,जिसे वाइट स्वॉन के नाम से भी जाना जाता है. डैगर मिसाइलों से लैस होकर सोमवार को इसने अपनी पहली उड़ान भरी. एक फुटेज सामने आई है, जिसमें यह एयरक्राफ्ट टेकऑफ करता नजर आ रहा है. यह कई परीक्षणों से गुजरा है. इसमें विमान को सफलतापूर्वक लैंडिंग करते भी दिखाया गया है, जिसका मतलब है कि यह जंग के लिए तैयार है.
हायपरसॉनिक मिसाइलों से हो सकता है लैस
अपग्रेड होने के बाद इसमें बेहद घातक हायपरसॉनिक KH-47M2 किंजल मिसाइलें लगाई जा सकती हैं. इन न्यूक्लियर मिसाइलों को डैगर या किलजॉय के नाम से भी जाना जाता है. इनकी रेंज 1200 मील से ज्यादा है. यानी अगर पुतिन यूक्रेन के बाहर इनको दागना चाहें तो दाग सकते हैं. किंजल मिसाइलें 1000 पाउंड तक बारूद के अलावा न्यूक्लियर वॉरहेड्स भी ले जाने में सक्षम हैं. लेकिन काइनेटिक एनर्जी की क्षमता से ये मिसाइलें सबसे आधुनिक युद्धपोतों को नेस्तनाबूद कर सकती हैं. मार्च से यूक्रेन के खिलाफ डैगर मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा रहा है. रूस यूनाइटेड एयरक्राफ्ट कॉपरेशन ने कहा, ‘टुपोलेव कंपनी की ओर से विकसित टीयू-160एम को अपग्रेड किया गया है, जिसने पहली बार सोमवार को उड़ान भरी.’ पायलट्स ने टेस्टिंग के दौरान विमान की स्टेबिलिटी, ऑपरेटिंग कैपेसिटी और हवा में नियंत्रण को परखा.
क्या है खासियत
टीयू-160एम मिलिट्री एविएशन में सबसे बड़ा सुपरसॉनिक एयरक्राफ्ट है. यह दुनिया का सबसे वजनदार विमान है, जो न्यूक्लियर क्रूज मिसाइलों को ले जा सकता है. वाइट स्वॉन सोवियत के समय से रूस की सामरिक मिसाइल शक्ति की रीढ़ है. लेकिन अब इसे और आधुनिक बनाया गया है. दो एडवांस विमान इस साल पूरे होने वाले थे. अन्य रूसी हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्टम्स की तरह, रूस का दावा है कि पश्चिम के पास इसे भी रोकने के लिए कोई साधन नहीं है. हाल के हफ्तों में, यूक्रेन के खिलाफ जंग के बीच रूस ने अपनी हथियार क्षमता का बढ़-चढ़कर प्रदर्शन किया है.