भारतीय कुश्ती संघ को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सुबह-सुबह अचानक हरियाणा के झज्जर जिले पहुंचे. यहां वीरेंद्र आर्य अखाड़े में उन्होंने पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) समेत अन्य पहलवानों से मुलाकात की. राहुल गांधी ने पहलवानों के साथ कई घंटे बिताए और उनसे बातचीत की. वहीं पहलवानों ने राहुल को गुलदस्ते की जगह मूली देकर उनका स्वागत किया वो इसलिए क्योंकि राहुक अचानक अखाड़ा पहंचे थे. राहुल गांधी के इस मुलाकात से कुश्ती संघ के चल रहे विवाद और बढ़ सकते हैं.
सम्मान के साथ भारत का सर गौरव से ऊंचा करने दीजिए- राहुल गांधी
इस मुलाकात को लेकर राहुल गांधी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा, ‘वर्षों की जीतोड़ मेहनत, धैर्य एवं अप्रतिम अनुशासन के साथ अपने खून और पसीने से मिट्टी को सींच कर एक खिलाड़ी अपने देश के लिए मेडल लाता है. आज झज्जर के छारा गांव में भाई विरेंद्र आर्य के अखाड़े पहुंच कर ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवान भाइयों के साथ चर्चा की.’
‘सवाल सिर्फ एक है- अपने अखाड़े की लड़ाई छोड़ अगर इन खिलाड़ियों, भारत की बेटियों को अपने हक और न्याय की लड़ाई सड़कों पर लड़नी पड़े तो कौन अपने बच्चों को यह राह चुनने के लिये प्रोत्साहित करेगा? यह किसान परिवार के निश्छल, सीधे एवं सरल लोग हैं, इन्हें तिरंगे की सेवा करने दीजिए. इन्हें पूरे मान और सम्मान के साथ भारत का सर गौरव से ऊंचा करने दीजिए.’
वर्षों की जीतोड़ मेहनत, धैर्य एवं अप्रतिम अनुशासन के साथ अपने खून और पसीने से मिट्टी को सींच कर एक खिलाड़ी अपने देश के लिए मेडल लाता है।
आज झज्जर के छारा गांव में भाई विरेंद्र आर्य के अखाड़े पहुंच कर ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवान भाइयों के साथ चर्चा की।
सवाल… pic.twitter.com/IeGOebvRl6
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2023
राहुल गांधी के आने पर बजरंग पूनिया ने कहा
राहुल गांधी के वीरेंद्र आर्य अखाड़े के दौरे को लेकर पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि वह हमारी कुश्ती की दिनचर्या देखने आए थे. उन्होंने हमारे साथ कुश्ती की. वह देखने आए थे हमारा दिन कैसा रहता है, एक पहलवान की गतिविधियां क्या होती हैं.
कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवान
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवान लगातार एक्शन लेने की मांग कर रही हैं. उनका कहना है कि यौन शोषण के आरोपी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए. जब बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह बबलू को फेडरेशन का नया अध्यक्ष चुना गया तो उसके विरोध में साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का फैसला लिया. वहीं बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया. साथ ही विनेश फोगाट ने अपना अर्जुन अवार्ड और मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार को वापस करने का ऐलान किया है.