नई दिल्ली: गुजरात के द्वारका में चिंतन शिविर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीजेपी पर जमकर बरसे. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी कुछ नेताओं को अपनी तरफ करने में लगी है. जितने लोगों को बीजेपी ले जाना है ले जाओ. आपको उन्हें कुछ लोगों को उपहार के रूप में भी देना होगा. हाथ पकड़ना और हाथ मिलाना बीजेपी का काम है. हमें किसी का पैर पकड़ने की जरूरत नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि काम करने वाले ही आगे आएंगे. जो काम नहीं करता वो ले जाओ. एसी में बैठकर बात करने वालों को पैक कर बीजेपी को दे दो. गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष को राहुल गांधी ने सलाह देते हुए कहा कि गुजरात के लिए एक विजन बनाएं. गुजरात के लोगों लोगों को बताना होगा कि आप क्या करना चाहते हैं. आदिवासियों को बताना होगा कि हम महिलाओं के लिए क्या करना चाहते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि जब भी मैं गुजरात आता हूं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी गुजरात से पैदा हुई. उस समय हर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी थी. मगर जो विचारधारा थी, जो डायरेक्शन थी वो एक गुजराती ने दी थी. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस को रणनीतिक निर्देशन महात्मा गांधी ने दिया. गांधी जी में और बाकी जो नेता था, उनमें एक बहुत बड़ा फर्क था. मेरे परदादा भी गांधी जी के साथ काम करते थे. मैंने उनकी एक चिट्ठी पढ़ी. वो चिट्ठी उन्होंने गांधी जी के बारे में किसी और को लिखी. चिट्ठी में नेहरू जी लिखते हैं कि इस मामले पर मेरी गांधी जी के साथ बातचीत हुई. मेरा दिमाग कह रहा है कि इस मामले में गांधी जी गलत हैं और मैं सही. मगर मेरा मन कह रहा है वह सही हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि नेहरू जी कहते हैं कि लॉजिक मेरी तरफ है पर सच्चाई उनकी साइड है. राहुल गांधी ने कृष्ण भगवान की कहानी सुनाकर मोदी सरकार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि सच्चाई की लड़ाई लड़ने के लिए सिर्फ 4-5 लोग ही चाहिए. राहुल ने कहा कि गुजरात सिखाता है कि एक तरफ सत्ता हो सीबीआई हो, ईडी हो, मीडिया हो, अच्छे कपड़े हो, कुछ भी हो कोई फर्क नहीं पड़ता. दूसरी तरफ सच्चाई हो. राहुल ने कहा कि करता कौन है और बोलता कौन है. इस पर कांग्रेस में डिस्कनेक्ट है. एक तरफ़ कांग्रेस में वो लोग हैं, जो 24 घंटे लगे रहते हैं, लाठी खाते हैं. दूसरी तरफ वो है जो AC में बैठते हैं, मौज करते हैं और लंबे भाषण देते हैं. गुजरात के लोगों को हमें कांग्रेस की लिस्ट दिखानी है कि एक तरफ़ काम के लोग हैं, ये लोग गुजरात को रास्ता दिखा देंगे. दूसरी तरफ़ वे लोग हैं, जो परेशानी पैदा करते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में चुनाव जीता जा सकता है. उन्होंने कहा कि बस सोच का फर्क है. आपको लगता है कि आप बीजेपी से परेशान है, लेकिन गुजरात की जनता भी बीजेपी से परेशान है.