Rahul Gandhi Speech On Tapasya: भारत के संविधान (Constitution) की 75वीं वर्षगांठ पर संसद में ‘संविधान पर चर्चा’ (Discussion on the Constitution) के दूसरे दिन (14 दिसंबर) नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा में जोरदार भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। हालांकि अपनी स्पीच में राहुल गांधी ने कुछ बातें ऐसी बोल दी, जिससे वो संसद में जमकर ट्रोल हुए। उन्होंने भऱी संसद में ‘तपस्या’ का ऐसा मतलब समझाया कि कांग्रेस सांसद की जग हंसाई हो गई। उनकी बात पर संसद में जमकर ठहाके लगे। वहीं सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई।
तपस्या का मतलब शरीर में गर्मी पैदा करना… 😳
अच्छा है एकलव्य यह सब देखने-सुनने से पहले चले गए। pic.twitter.com/4Qt9DpsR6I
— Sonu Nigam (@SonuNigamSingh) December 14, 2024
दरअसल राहुल गांधी ने अपने भाषणा में तपस्या का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “धनुष में तपस्या है, मनरेगा के काम में तपस्या है। तपस्या का मतलब, ‘शरीर में गर्मी पैदा करना’ है। राहुल की इसी बात पर सत्ता पक्ष के सांसद जमकर मजे लिए। सत्ता पक्ष के सांसद जमकर ठहाके लगने लगे।
इनसे ना हो पाएगा। 🤦♂️ pic.twitter.com/JizH2QgHRh
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 14, 2024
वहीं राहुल गांधी की स्पीच पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, आज जब मैं विपक्ष के नेता को सुन रहा था, तो मुझे नये-नये ज्ञान की प्राप्ति हुई। 6-7 साल में आदमी युवा हो जाता है, ये पहली बार सुना है। अब जाकर ये ढूंढूंगा की ये ज्ञान कहां से आता है। तपस्या से गर्मी आती है, ये दूसरा ज्ञान प्राप्त हुआ, मैंने कई बार इस हाउस में कहा है कि राहुल गांधी होमवर्क नहीं करके आते हैं, लेकिन तपस्या जैसे पवित्र शब्द को क्यों बदनाम कर रहे हैं।
भाई लोग, तपस्या का सही मतलब समझा क्या? 😂😂😂 pic.twitter.com/8grwwrtVz7
— Smita Deshmukh🇮🇳 (@smitadeshmukh) December 14, 2024
द्रोणाचार्य और एकलव्य पर भी ट्रोल हुए राहुल गांधी
राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान जब द्रोणाचार्य और एकलव्य की चर्चा कर रहे थे, तब फिर से ट्रोल हो गए। उन्होंने कहा, “जिस तरह से द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काट दिया था, आप पूरे देश का अंगूठा काटने में व्यस्त हैं. राहुल गांधी जब ऐसा बोले तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने बीच में रोका और कहा, द्रोणाचार्य ने अंगूठा नहीं काटा था, बल्कि एकलव्य ने खुद काटकर दिया था। राहुल गांधी कुछ देर रुकते हैं, फिर अपना भाषणा पूरा करते हैं।