यूक्रेन मामले पर बोले- मेरा मत मेरी सरकार के साथ
Rahul Gandhi In US. राहुल गांधी अमेरिका के 10 दिन के दौरे पर हैं. बुधवार को कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने कहा कि वह शायद पहले व्यक्ति थे, जिन्हें मानहानि के लिए इतनी बड़ी सजा मिली। ये कल्पना से बिलकुल अलग था. उन्होंने कहा जब दो दशक पहले राजनीति में आया था तो कभी नहीं सोचा था कि मुझे लोकसभा से अयोग्य घोषित किया जा सकता है. लेकिन अब ऐसा कभी भी हो सकता है. लेकिन मुझे लगता है कि राजनीतिक तौर पर मुझे एक बड़ा अवसर मिला है.
स्टैनफोर्ड में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों और विपक्ष को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारत में विपक्ष संघर्ष कर रहा है. संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. हम देश में लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कोई भी संस्था काम नहीं कर पा रही है.
यूक्रेन पर मेरा मत मेरी सरकार के साथ
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पूछा गया कि यूक्रेन पर युद्ध करने के बावजूद रूस से भारत के संबंध क्यों हैं? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारी रूस पर कुछ निर्भरताएं हैं. हमारे संबंध अलग हैं. उन्होंने भारत की नीति का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले में मेरा रुख वैसा ही है जैसा मेरी सरकार का है.
सिलिकॉन वैली में स्टार्टअप उद्यमियों से बातचीत में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया. राहुल ने कहा कि पेगासस का जिक्र करते हुए कहा कि मेरा फोन टैप किया गया, मुझे मालूम है. उन्होंने मजाकिया लहजे में फोन निकालकर कहा कि हैलो! मिस्टर मोदी. राहुल ने दावा किया कि अगर देश फोन टैपिंग में दिलचस्पी रखता है तो यह लड़ने लायक लड़ाई नहीं है. मुझे लगता है कि मैं जो कुछ भी काम करता हूं वह सबकुछ सरकार के सामने है.