आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) और जीएसटी विभाग (Gujarat Gst Department) ने गुजरात में 150 जगहों पर छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि अहमदाबाद, भरूच, सूरत, भावनगर और जामनगर में छापेमारी जारी है. एजेंसियों ने फर्जी बिलों के नाम पर करोड़ों रुपये के लेनदेन के मामलों को लेकर ये छापेमारी की है.
कुछ दिनों पहले ही सूरत पुलिस ने भी लगभग 500 करोड़ रुपये के गोरखधंधे का खुलासा किया था. उस समय 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. विधानसभा चुनाव में काफी बड़े पैमाने पर काले धन के उपयोग की आशंका जताई जा रही है. अटकलें हैं कि चुनाव के पहले इस तरह की छापेमारी चुनाव में अवैध धन के उपयोग की आशंका को रोकने के लिए हो रही है.
एक दिन पहले ही इनकम टैक्स विभाग ने गुजरात के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने राजकोट, भुज और गांधीधाम में कई बड़े बिजनेस हाउसों से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी की थी. आईटी विभाग की ये छापेमारी रीयल स्टेट और फाइनेंस ब्रोकर के धंधे से जुड़े लोगों के यहां हुई थी. गुजरात में सरकारी एजेंसियों की ये छापेमारी ऐसे समय पर हो रही है, जब राज्य में विधानसभा के चुनावों की घोषणा की जा चुकी है.
गौरतलब है कि गुजरात में विधानसभा का चुनाव दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को होने जा रहा है. इसके नतीजे 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों के साथ ही घोषित होने वाले हैं. गुजरात की सत्ता पर पिछले 27 साल से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. इस बार उसे कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी की भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
गुजरात एटीएस ने दबोचा हेरोइन तस्करी का आरोपी
शुक्रवार को गुजरात एटीएस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अफगानिस्तान के एक नागरिक को गिरफ्तार किया. उसके पास से 8 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक, जब्त की गई हेरोइन की कीमत 56 करोड़ रुपये आकीं गई है. अधिकारियों ने जानकारी दी कि शुरुआती जांच में पाया गया है कि दिल्ली के लाजपत नगर में रहने वाला अफगान नागरिक हकमतुल्लाह मादक पदार्थों की तस्करी करने वाली गैंग का सदस्य है. उसने समंदर के रास्ते पाकिस्तान से गुजरात होते भारत में करीब 50 किलो हेरोइन की तस्करी करने की साजिश रची थी. अक्टूबर में इस मामले में गुजरात के तट के पास छह लोगों को नांव से दबोचा गया था. तभी से हकमतुल्लाह की तलाश की जा रही थी.