रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए देश वासियों के लिए 85 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक लागत की लगभग छह हजार छोटी-बड़ी रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। रेलवे के बुनियादी ढांचा विकास की इन परियोजनाओं के शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए। रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ार्म एक पर हुए कार्यक्रम में लगभग 670 से अधिक रेलवे स्टेशनों और अन्य स्थानों से भी वीडियो कॉफ्रेसिंग द्वारा लोग शामिल हुए। राज्यपाल हरिचंदन और मुख्यमंत्री साय ने स्थानीय कार्यक्रम में रायपुर मण्डल की रेल विकास परियोजनाओं के शिलालेखों से पर्दा हटाकर औपचारिक अनावरण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रेलवे के इतिहास में पिछले 100 वर्षों में भी एक कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में रेल परियोजनाओं के शुभारंभ का कार्यक्रम आज पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि इस नये साल के पिछले 75 दिनों में ही देश में 11 लाख करोड़ रूपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है। उन्होंने इसे विकसित भारत की दिशा में देश का एक बड़ा कदम बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे लंबे समय से राजनीति और क्षेत्रवाद का शिकार रही है। रेलों में डब्बे बढ़ाना, स्टॉपेज बढ़ाना ही रेल की प्रगति के मायने रहें थे। बीते समय में रिजर्वेशन की लंबी लाईनें, दलाली और कमिशन के साथ गंदगी ने भारतीय रेल की स्थिति नरकीय बना दी थी। वर्ष 2014 में देश के 9 राज्यों की राजधानियां रेल नेटवर्क से अछूती थी। 10 हजार से अधिक रेल क्रॉसिंग फाटक विहीन थी। श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने भारतीय रेल को नरक जैसी स्थिति से बाहर लाने की इच्छा शक्ति दिखाई है। रेवले के बजट को समान्य बजट के साथ शामिल कर छह गुना बढ़ाया गया है। इससे दूसरे मदों से मिले राजस्व का हिस्सा भी रेलवे के विकास के लिए उपयोग किया जा सका है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में भारतीय रेलवे का ऐसा कायाकल्प होगा कि किसी ने भी उसकी कल्पना भी नहीं की होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे बुजुर्गों और हमनें जो भुगता है वो आने वाली पीढ़ी नहीं सहेगी, यह मोदी की गारंटी है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को समृद्ध और औद्योगिक रूप से विकसित करने में रेल की बहुत बड़ी भूमिका है। सवारी गाड़ियों और माल गाड़ियों के लिए अलग-अलग रेल लाईनें स्थापित कर दोनों की स्पीड बढ़ाई गई है। फ्रंट कॉरीडोर बनाकर तेजी से डबल डेकर माल गाड़ियों से माल ढुलाई शुरू हो गई है। आधुनिक रेल इंजन, सुसज्जित कोच फै्रक्ट्रियां, गति शक्ति कार्बाे टर्मिनल जैसी अधोसंरचनाएं भारत को विकसित बनाने की दिशा में तेजी से सकारात्मक योगदान दे रहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में गति शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना आधुनिक तकनीक पर लोकोमोटिव इंजन निर्माण से लेकर नई पटरियां बिछाने, स्टेशनों के आधुनिकीकरण जैसे अनेकों काम देश में हुए है। हमारे देश में बने लोकोमोटिव श्रीलंका सुडान, मोजाबिंक जैसे देशों को निर्यात किए जा रहें है। हम सौर उर्जा से चलने वाले स्टेशन बना रहें है। स्टेशनों पर जल औषधी केन्द्र खोल रहें है, स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए स्थानीय शिल्प और कलाकृतियों को स्टेशनों पर बिक्री के लिए स्टॉल खोले जा रहें है। जिसका लाभ सीधे गरीब कारीगरों को मिल रहा हैं। रेलवे में आधुनिक तकनिकों के उपयोग से देश के कोने-कोने को रेल नेटवर्क से जोड़ने का काम तो हो ही रहा है इसके साथ ही नये निवेश की गारंटी भी मिल रही है और रोजगार के अवसर भी खुल रहें है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे विकास के काम राजनीतिक रूप से सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश बनाने के लिए है।
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे विकास के राजमार्ग पर तेजी से आगे बढ़ रही है। वन्दे भारत ट्रेनों का चलना और अमृत स्टेशनों का निर्माण इसका सबसे बड़ा प्रमाण है। उन्होंने कहा कि रेलवे देश की जीवन रेखा है। रेलवे के विकास का सीधा प्रभाव देश के विकास पर होता है। भारतीय रेलवे अपनी अधोसंरचना में तेजी से सुधार करते हुए रोजगार के अवसर भी सृजित कर रही है। प्रमुख स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों के लिए स्टॉल, रेल कोच रेस्टोरेंट तथा जन औषधि केन्द्र खोलकर कुशल और अकुशल दोनों तरह के श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिल रहें है। इन केन्द्रों से वोकल फॉर लोकल दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल रहा है। स्थानीय स्वदेशी उत्पादों का बाजार उपलब्ध कराने और कुम्हारों, बुनकरों जैसे स्थानीय शिल्पकारों को अजीविका के अवसर देने के साधन भी यह केन्द्र बन रहें है। राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ को लगभग डेढ़ सौ करोड़ रूपये की रेल परियोजनाओं की सौगात देने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार भी व्यक्त किया।