श्रीनगर: जम्म-कश्मीर के राजौरी में, आतंकियों ने आज सुबह फिर उसी डांगली गांव (Terrorist Attack in Dangri Village of Rajouri) में आईईडी ब्लास्ट किया, जहां कल 3 मकानों पर गोलीबारी हुई थी. आज सुरक्षाबल ऊपरी डांगरी गांव में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी यहां छिपे आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया, जिसमें 2 लोग घायल हुए हैं. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और सेना के जवान तैनात हैं. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आईईडी ब्लास्ट के बाद अब ड्रोन के जरिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुरक्षा बलों को गांव में एक और आईईडी प्लांट की हुई मिली, जिसे बम डिस्पोजल की टीम ने डिफ्यूज कर दिया.
इस आतंकी हमले की जांच में एनआईए (National Investigation Agency) करेगी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी जम्मू-कश्मीर पुलिस का सहयोग करेगी और अपने स्तर पर साक्ष्य जुटाएगी. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘मैं राजौरी में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. मेरे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. इस कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए प्रत्येक नागरिक के निकट संबंधी को 10 लाख और एक सरकारी नौकरी दी जाएगी. गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे. अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.’
कल इसी गांव में एक विशेष समुदाय को आतंकियों ने निशाना बनाया था और तीन मकानों पर गोलीबारी की थी, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हुए थे, उन्हें एयरलिफ्ट कर जम्मू जीएमसी में भर्ती कराया गया. इनमें 3 की हालत गंभीर बनी हुई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक दो नकाबपोश आतंकियों ने नियंत्रण रेखा से सटे राजोरी जिले के डांगरी गांव में 1 जनवरी को 3 मकानों पर अंधाधुंध फायरिंग कर 4 हिंदुओं की हत्या कर दी. यह एक टारगेट किलिंग थी, जिसकी जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली है. सेना और पुलिस कल से ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश कर रही है. कल हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों की पहचान दीपक कुमार (23), पूर्व सैनिक सतीश कुमार (45), शिवपाल उर्फ आशीश कुमार (32) और प्रीतम लाल (56) के रूप में हुई है. ये सभी डांगरी के रहने वाले हैं और आपस में रिश्तेदार हैं.
डांगरी गांव, राजोरी से करीब 8 किलोमीटर दूर है. जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि अपर डांगरी गांव में दो हथियारबंद आतंकियों ने नागरिकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं. तीन घरों को निशाना बनाकर फायरिंग की गई, जो एक दूसरे से 50 मीटर दूरी पर स्थित हैं. चश्मदीदों के हवाले से पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब 7 बजे आतंकी सबसे पहले एक घर में घुसे और सदस्यों के आधार कार्ड देखने के बाद फायरिंग शुरू कर दी. उसके बाद आतंकियों ने एक-एक कर आसपास के 2 अन्य घरों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग की. इसमें 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए जिन्हें राजोरी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. महमूद ने बताया कि 3 लोग हमारे पास मृत अवस्था में ही आए थे.
उन्होंने बताया कि घायलों को कई गोलियां लगी हैं. बाद में एक और घायल ने दम तोड़ दिया. अन्य 6 घायलों को जम्मू शिफ्ट किया गया है. आतंकी हमले में मारे गए सतीश कुमार के भाई संजय कुमार ने बताया कि आतंकियों ने मुंह पर लाल रंग का मास्क पहन रखा था. उन्होंने आधार कार्ड देखकर पहचान निर्धारित की फिर फायरिंग शुरू की. डांगरी गांव के सरपंच धीरज शर्मा ने बताया कि गांव के बीचो-बीच आतंकियों ने लोगों की पहचान कर हमला किया. स्थानीय लोग ही घायलों को अस्पताल लेकर पहुंचे. आतंकी हमले के विरोध में राजोरी अस्पताल में लोगों ने प्रदर्शन किया गया. लोगों ने आरोप लगाया कि लगातार खतरे के बाद भी जिला प्रशासन ने विलेज डिफेंस ग्रुप (Village Defence Group) के सदस्यों के हथियार वापस ले लिए हैं. आज राजौरी बंद का आह्वान किया गया है.