खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा (Khandva) जिले का राजू करीब 5 साल पाकिस्तान (Pakistan) की जेल में रहने के बाद देश वापस आ गया है. खंडवा रेलवे स्टेशन (Khandwa railway station) पर बूढ़े मां बाप ने उसे गले लगाया. मां की आंखों से निकलते आंसू अपने बेटे को पाकर खुशी में तब्दील हो गए. दरअसल राजू मासनिक रूप से कमजोर (Glory) था. ऐसे में वह आसपास के गांव और मंदिरों में घूमते फिरते रहता था. राजू 2018 में गायब हो गया, जिसके बाद परिजनों ने मांधाता थाने में गुमशुदगी (Disappearance) की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
3 साल बाद भारत सरकार के इंटेलिजेंस ब्यूरो की तरफ से खंडवा पुलिस को राजू के बारे में तहकीकात करने संबंधी जानकारी मिली. तब पता चला कि राजू पाकिस्तान की जेल में बंद है. पाकिस्तान पुलिस ने उसे डेरा गाजी खान क्षेत्र से गिरफ्तार किया था, तभी से राजू को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे थे.
मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं राजू
30 साल वर्षीय राजू पिता लक्ष्मण मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है. परिजन बताते है कि परिवार वाले बताते हैं कि वह आसपास के गांव-मंदिरों में घूमते फिरते रहता था. दो-दो हफ्तों तक राजू घर से बाहर रहता था, जिसके बाद खुद से वापस आ जाता था. इस बार जब महीनों तक राजू घर वापस नहीं आया तक परिजन परेशान हुए और थाने पहुंचे. राजू के भाई ने बताया कि पाकिस्तान में उसे जिस तरह से प्रताड़ित किया, यदि कोई कमजोर व्यक्ति होता तो वह दम तोड़ देता. राजू को नहीं पता कि वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया. वह मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य नही है. राजू को इतना पता है कि जब वह घर से निकला तो रास्ते में जो भी मिला उससे लिफ्ट ले लिया और आखिरी समय एक प्याज के ट्रक पर बैठा था. आशंका जताई जा रही है कि इसी ट्रक या ऐसे ही और माल ढोने वाले वाहन के रास्ते पाकिस्तान पहुंच गया होगा.
मां ने किया तमाम लोगों का धन्यवाद
जब से राजू के परिजनों को पता चला कि राजू पाकिस्तान की जेल में बंद है तभी से उसके बूढ़े मां बाप लगातार पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रहे थे. इनधावड़ी गांव में टूटे-फूटे मकान में रहने वाले राजू के माता-पिता ने कर्ज लेकर देश भर में के मंदिरों के आसपास राजू को ढूंढने का प्रयास किया. 4 एकड़ जमीन में पूरे परिवार का पेट भरने वाले राजू के माता-पिता अपने बेटे को पाकर बेहद खुश हैं. मां ने उसे गले लगाया और तो आंखों से खुशियों के आंसू निकल पड़े. मां बांसता बाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उन तमाम लोगों का धन्यवाद किया जिनके प्रयासों से राजू अपने घर तक पहुंचा.
प्रशासन की कार्रवाई
पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने राजस्थान के रास्ते राजू को भारत को सौंपा. भारत सरकार ने उसे अमृतसर की रेड क्रॉस सोसाइटी के हवाले किया. अमृतसर प्रशासन की ओर से खंडवा जिला प्रशासन को सूचना दी गई. जिसके बाद खंडवा जिला कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने 4 लोगों की टीम बनाकर अमृतसर भेजा. टीम में वह पुलिस जांच अधिकारी भी थे जो लगातार राजू के मामले में जुड़े हुए थे. पुलिस अधिकारी ने बूढ़े मां बाप की फरियाद को अपने कर्तव्य की इज्जत का सवाल बनाया और हर कीमत पर राजू को वापस लाने के भरसक प्रयास किया. आज पुलिस अधिकारी और जनप्रतिनिधि सभी खुश है कि उनके सम्मिलित प्रयासों से यह काम सफल हो पाया.
मोदी है तो मुमकिन है
राजू की वतन वापसी से सभी लोग खुश है. वहीं बीजेपी के प्रतिनिधि इसे प्रधानमंत्री मोदी के विदेश नीति और उनके प्रयासों का परिणाम बता रहे है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और पंधाना से विधायक राम दांगोरे ने कहा कि पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश से कोई इतनी आसानी से वापस नहीं आ सकता, लेकिन मोदी है तो मुमकिन है.