नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को मौद्रिक नीति का एलान कर दिया। दो दिन की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत ने बताया कि रेपो रेट (Repo Rate) 6.5 फीसदी पर स्थिर रखी गई है।
इसका मतलब यह है कि ईएमआई में कोई बदलाव नहीं आएगा। लंबे समय से रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर है। रेपो रेट कम होती है, तो आम आदमी को ईएमआई के बोझ से राहत मिल सकती है।वहीं रेप रेट बढ़ने का मतलब होगा कि बैंकों को भी ब्याज दर बढ़ाना होगी।
शक्तिकांत दास ने बताया कि मौद्रिक नीति समिति ने 4:2 के बहुमत से रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। स्थायी जमा सुविधा (एसडीएफ) दर 6.25%, सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) दर और बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है।
RBI MPC Meeting 2024: पढ़िए बड़ी बातें
- यह लगातार 9वीं बार है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- आखिरी बार 8 फरवरी 2023 को रेपो रेट में बदलाव किया गया था।
- रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में भी कोई परिवर्तन नहीं किया।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने की उम्मीद है।
- बैंकों की बैलेंस शीट अच्छी है। कंपनियों की वित्तीय स्थिति भी अच्छी है।