गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पड़ोसी देश श्रीलंका को भारत ने फिर बड़ी राहत दी है. इस बार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने श्रीलंका के साथ व्यापरिक लेनदेन को रुपये में करने की अनुमति दे दी है. दोनों देशों के बीच बनी इस सहमति से श्रीलंका को बड़ी राहत मिलेगी. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निर्यातकों को श्रीलंका से भुगतान लेने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए यह फैसला किया है.
आजादी के बाद सबसे बड़ा संकट
पड़ोसी मुल्क दरअसल साल 1948 में अंग्रेजों से स्वतंत्र होने के बाद अबतक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. केंद्र सरकार ने मार्च में जरूरी वस्तुओं की खरीद के वित्तपोषण के लिए श्रीलंका को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की तरफ से एक अरब डॉलर के लोन की सुविधा दी थी. आरबीआई की तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया कि श्रीलंका को किए गए निर्यात की आय और ऋण सुविधा की प्राप्ति में निर्यातकों को आ रही दिक्कतों को देखते हुए इस तरह के लेनदेन को एसीयू (ACU) से हटकर भारतीय मुद्रा में निपटाने का फैसला किया गया है.’
ईंधन खरीदने के लिए 20 करोड़ डॉलर का लोन
इस व्यवस्था के तहत भारत से पात्र वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के लेन-देन के लिए विशेष अनुमति दी जाएगी. इससे पहले मई के पहले हफ्ते में भारत की तरफ से श्रीलंका को ईंधन खरीदने के लिए 20 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा दी गई थी. श्रीलंका के बिजली एवं ऊर्जा मंत्री कंचन विजयशेखर (Kanchan Vijayasekhar) ने इस बात की पुष्टि की थी.