बिलासपुर। साइबर सेल ने ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन (Sextortion) मामले में कार्रवाई करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है. ठग गिरोह ने व्हाट्सएप एप के माध्यम से एक रिटायर्ड तहसीलदार को डरा धमकाकर ऑनलाइन 11 लाख रुपये की ठगी की थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 अंतर्राज्यीय शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी खुद को सेना का अधिकारी और जीजा रिश्तेदार बनकर लोगों को कॉल कर सेक्सटॉर्शन के जरिए ऑनलाइन ठगी करते थे.
जानकारी के अनुसार, प्रार्थी रिटायर्ड तहसीलदार को 8 अप्रैल 2024 से 24 अप्रैल 2024 तक अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर और डरा धमका कर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर साइबर ठगों ने अलग-अलग तिथियों में करीब 11 लाख की ठगी कर धोखाधड़ी किया. इसकी रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू किया. प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी सायबर पोर्टल संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर एकाउंट स्टेटमेंट, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और टेक इंट के माध्यम से प्राप्त किया गया. इस दौरान आरोपी राजस्थान के थाना कामां अंतर्गत ग्राम हजारीबास और दोलाबास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई. जिसपर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर विशेष टीम निरीक्षक राजेश मिश्रा के साथ राजस्थान रवाना की गई. जहां टीम ने एक सप्ताह तक राजस्थान में रहकर आरोपियों का पता ठिकाना मालूम कर विवेचना शुरू की. जिसमें तीन आरोपियों को ऑनलाइन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी मिली.
मले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ा और उनसे पूछताछ की. इस दौरान आरोपियों ने ऑनलाइन ठगी करने का जुर्म स्वीकार किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी में उपयोग आने वाले फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खाते जब्त किये. वहीं आरोपियों से घटना में प्रयुक्त 4 मोबाइल भी जब्त किया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम-
सेक्सटॉर्शन कर ठगी करने वाले शातिर ठग तीनों आरोपी राजस्थान के जिला डीग के थाना कामां के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं, जिनका नाम इस प्रकार है.
- तारिफ पिता दीन मोहम्मद उर्फ दीनू उम्र 25 वर्ष निवासी हजारीबास
- मो. शमीम पिता अब्दुल रशीद उम्र 21 वर्ष निवासी हजारीबास
- अमजद खान पिता शरीफ खान उम्र 32 वर्ष निवासी दोलाबास