इंदौर। इंदौर में पंजाब नेशनल बैंक की स्कीम-54 स्थित शाखा में हुई 6.64 लाख रुपये की लूट का पर्दाफाश हो गया है। लूट में रिटायर सैन्यकर्मी का हाथ है, जो सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी करता है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित के घर छापा मारकर लगभग 4 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वो फरार हो गया था।
पुलिस अब मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसका पीछा कर रही है। सिक्का स्कूल के सामने स्थित पीएनबी बैंक में मंगलवार दोपहर करीब 4:41 बजे बदमाश ने गोली चला कर 6.64 लाख रुपये लूटे थे। विजयनगर, एमआईजी, लसूड़िया पुलिस और अपराध शाखा की आठ से ज्यादा टीमें जांच में जुटी थी।
रेनकोट पहनकर घुसा था बैंक में
पुलिस ने बैंक के अंदर के फुटेज निकाले, तो रेनकोट पहना लुटेरा नजर आया। पुलिस ने फुटेज से कड़ियां जोड़ना शुरू की और उसके आने व जाने का रोड़मैप तैयार किया। आरोपित बापट चौराहा की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया।
इससे स्पष्ट हो गया कि वह हीरानगर या बाणगंगा क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस ने जाने के फुटेज खंगाले तो शीतल नगर की तरफ जाते हुए दिखाई दिया। इसके बाद वह श्यामनगर (हीरानगर) में घुस गया। इसी से अहम सुराग हाथ लगा और पुलिसकर्मियों ने रात में ही श्यामनगर में डेरा डाल दिया। पुलिस को आरोपित की बाइक खड़ी दिखाई दी।
पुलिस ऐसे पहुंची लुटेरे तक
- पुलिस ने बैंक के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
- फुटेज में लुटेरा बापट चौराहे से बैंक की ओर आता दिखाई दिया।
- लूट के बाद वो शीतल नगर की ओर भागा और श्यामनगर में घुस गया।
- पुलिस रातभर श्यामनगर में उसे खोजती रही, तभी उसकी बाइक मिल गई।
- लोगों से पता चला कि वो रिटायर्ड सैनिक है और गार्ड की नौकरी करता है।
- पुलिस जब घर में तलाशी लेने पहुंची, तब तक वो भाग चुका था।
राजगढ़ के पास मिली मोबाइल लोकेशन
लोगों ने बताया गाड़ी अरुणसिंह की है और वह सेना से रिटायर हुआ है। फिलहाल वह गार्ड की नौकरी करता है। पुलिस ने तड़के अरुण से घर में छापा मारा तो वह फरार मिला। हालांकि पुलिस को चार लाख रुपये के आसपास की राशि घर में मिल गई। पुलिस ने अरुण के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो राजगढ़ के आसपास की मिली। एक टीम राजगढ़ भी भेजी गई है।
कारतूस के खाली खोल और गोली चलाने के तरीके समझे अफसर
पुलिस ने जाते ही बैंक परिसर को सील कर दिया था। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो बदमाश खाली खोल संभाल कर रखते हुए नजर आ गया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह ने उसी से स्पष्ट कर दिया कि घटना में रिटायर्ड सैन्यकर्मी या सिक्युरिटी गार्ड है। इसके बाद पुलिस ने सिक्युरिटी एजेंसी संचालकों से जानकारी लेकर मोहर लगा दी। पुलिस आरोपित की गिफ्तारी की कोशिश में लगी है।