नागपुर : केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के वैचारिक मेंटोर माने वाले वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को OTT प्लेटफॉर्म्स, नशीले पदार्थां के व्यापार और Bitcoin को लेकर निशाना साधा और इन्हें राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए फंडिंग का दोषी माना. संघ प्रमुख ने इन गतिविधियों पर नियंत्रण की मांग दोहराई. महाराष्ट्र के नागपुर में विजयदशमी पर्व के अवसर पर समारोह को संबांधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन जैसी गुप्त मुद्रा अर्थव्यथा को अस्थिर कर सकती है. उन्होंने दावा किया कि निहित वैश्विक हित, देश की प्रगति की रोकने की कोशिश में हैं. उन्होंने कहा, ‘OTT प्लेटफॉर्म्स पर क्या दिखाया जा रहा है इस पर कोई नियंत्रण नहीं है…हर तरह की तस्वीरें दिखाई जा रही हैं लेकिन इसे नियंत्रित कैसे किया जाए? कोरोनावायरस के बाद अब बच्चों के पास भी मोबाइल फोन है (लॉकडाउन के दौरान जब स्कूल बंद थे तब इसकी जरूरत थी )’ …अब उन्हें इसकी लत लग गई है. कौन जानता है कि वे इस पर क्या देख रहे हैं.
भागवत ने कहा, ‘देश में हर तरह के नशीले पदार्थ आ रहे हैं..लोग इसके आदी हो रहे हैं, इसे किस तरह से रोका जाए? मैं नहीं जानता…लोग डरे हुए हैं और कि हर कोई जानता है कि इस ‘कारोबारों’ से आने वाला पैसा कहा जाता है. इन कारोबारों का पैसा विदेशी देशों द्वारा राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ‘
भागवत के यह कमेंट, खासतौर पर ड्रग्स को लेकर, मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में केंद्र और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की व्यापक स्तर पर आलोचना के बीच आए हैं. इस मामले में बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान का बेटा आर्यन आरोपी है हालांकि उसके पास से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुई है. आर्यन को इस माह की शुरुआत में मुंबई तट पर एक क्रूज पर छापेदारी के बाद अरेस्ट किया गया था और इसके बाद से वह जेल में है. शिवसेना के संजय राउत ने मादक द्रव्यों को लेकर भागवत की टिप्पणी के जवाब में पीएम के उस कमेंट का जिक्र किया जिसमें उन्होंने (पीएम ने ) कहा था, ‘नोटबंद के साथ ड्रग माफिया खत्म हो जाएगा. ‘
संघ प्रमुख ने अपने संबोधन में जनसंख्या नीति पर पुनर्विचार की भी जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि अगले 50 वर्षों के लिए नीति बनाई जानी चाहिए और इसे समान रूप से लागू किया जाना चाहिए क्योंकि जनसंख्या असंतुलन समस्या बनना जा रहा है. भागवत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी डर का माहौल बनाने के लिए लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सीमाओं पर सेना की तैयारी हर तरह से और हर वक्त मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता है. भागवत ने कहा, “अनुच्छेद 370 के तहत विशेष प्रावधानों के निरस्तीकरण के बाद, आतंकियों के लिए डर खत्म हो गया है लेकिन चूंकि वे अपने मकसदों को पूरा करने के लिए भय का इस्तेमाल करते हैं, (उन्हें लगता है) उनके लिए उस भय (लोगों के मन में) को वापस लाना महत्वपूर्ण है.घाटी में सिखों और हिंदुओं की हाल में हुई हत्याओं का जिक्र करते हुए कहा, “आतंकी मनोबल गिराने के लिए लक्ष्य बनाकर की जा रही हत्याओं का सहारा ले रहे हैं, जैसा वे पहले करते थे.” साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को उनसे प्रभावी तरीके से निपटना होगा ताकि जंग जीती जा सके.