रायपुर। राजधानी में देश की एकता, शांति व सदभावना तथा भाईचारे का संदेश देने वाले सभी धर्मों के प्लेटफार्म र्सव आस्था मंच ने प्रस्ताव पारित किया वह वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बच्चों में सदभावना जागृत करने के लिए एक योजना बनाएगा, जिसमें बच्चों को सभी धर्मों का आदर करने की सीख दी जाएगी। इसके साथ ही सरकार से आग्रह किया जाएगा कि वह स्कूलों में प्रारंभ में प्रार्थना के दौरान राष्ट्रगान व राज्यगीत के साथ ही सदभावना भजन भी गवाए।
मंच ने मांग की कि इस भजन को इस तरह से लिखा जाए कि सभी धर्मों के संतो व भगवान ने जो सीख एकता व भाईचारे की दी है वह इस गीत में शामिल हो सके। इससे राज्य में सदभावना का वातावरण बना रहेगा। मंच ने फैसला किया कि वह सदभावना के संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित करेगा।
मंच की बैठक बोरियार्खुद में हुई। मंच के अध्यक्ष आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर ने अध्यक्षता की। बैठक में देश व प्रदेश में वर्तमान हालात को लेकर भी चर्चा की गई। तीन महीने में भी मणिपुर के हालात सामान्य न होने पर चिंता जताई गई। मंदिर हसौद इलाके में दो बहनों के साथ बलात्कार कांड पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। मंच ने दुख व रोष जताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। सरकार से यह मांग की गई कि कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए, ताकि खासकर महिलाओं और बच्चों की रक्षा हो सके। मंच के सदस्य जॉन राजेश पॉल को दिल्ली में ओबीसी कमीशन द्वारा राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रदान करने पर प्रसन्नता जाहिर की गई। उन्हें मंच की ओर से अध्यक्ष आर्च बिशप व पदाधिकारियों ने शॉल, पुष्प गुच्छ व पेन देकर सम्मानित किया। वरिष्ठ एडवोकेट व अविभाजित मध्यप्रदेश के पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के प्रथम अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी को मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। बैठक में मंच के उपाध्यक्ष मनमोहन सैलानी व एडवोकेट फैसल रिजवी, सचिव फादर पी. सेबेस्टियन, प्रवक्ता प्रेमशंकर गौटिया, पूर्व आईएएस सरजियस मिंज, नजर हुसैनी, समाजसेवी अमित दोए, एसएमएमआई सिस्टर मर्सी, एससीएससी सिस्टर जॉर्जिना, जसबीर कौर, नवजोत सैलानी आदि शामिल हुए।