नई दिल्ली. सहारा समूह के खाताधारकों का फंसा पैसा आज से वापस मिलना शुरू हो गया. आज केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उन निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है. अमित शाह ने आज दिल्ली में सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं का दावा राशि ट्रांसफर की. केंद्रीय मंत्री ने 112 लाभार्थियों को 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त ट्रांसफर कर दी है. इस दौरान केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि अबतक 18 लाख लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज 112 लाभार्थियों को 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त हस्तांतरित कर दी गई है.
बता दें कि बीते 18 जुलाई को सहारा इंडिया के निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया था. पोर्टल के जरिये सहारा के उन निवेशकों के पैसे वापस दिए जा रहे हैं, जिनके निवेश की अवधि पूरी हो चुकी है. पोर्टल पर सहारा इंडिया के इन्वेस्टर्स की डिटेल्स हैं.
#WATCH | Union Home and Cooperative Minister Amit Shah transfers the claim amount to the depositors of cooperative societies of the Sahara group through the Sahara Refund Portal in Delhi pic.twitter.com/Hmfm9IqPMP
— ANI (@ANI) August 4, 2023
बता दें कि सहारा इंडिया की को-ऑपरेटिव सोसाइटीज के 10 करोड़ निवेशकों के पैसे फंसे हुए हैं. इसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है. पैसे वापस नहीं मिलने पर निवेशकों ने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की थी.
सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के निवेशक इस पोर्टल पर आवेदन कर सकेंगे. मंत्रालय ने सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तिवक सदस्यों व जमाकर्ताओं की शिकायतों को दूर करने के लिए मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था. मार्च महीने में सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं के बकाया के भुगतान के लिए सहारा-सेबी अकाउंट से 5,000 करोड़ रुपये सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज में ट्रांसफर किए जाएं.