फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने इंडिया में अपने कारोबार के लिए नया हेड और वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया है. मेटा ने Sandhya Devanathan को मेटा इंडिया का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. वह अजीत मोहन के स्थान पर इस पद पर नियुक्त हुई हैं. बता दें कि अजीत मोहन ने इस महीने की शुरुआत में फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप के मालिक मेटा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
Sandhya Devanathan साल 2016 से Meta से जुड़ी हैं और सिंगापुर और वियतनाम के कारोबार को बढ़ाने में कंपनी की मदद कर रही हैं. इसके अलावा वो दक्षिण पूर्व एशिया में कंपनी द्वारा ई-कॉमर्स से जुड़ी शुरुआत के लिए भी काम कर रही थीं.
Sandhya Devanathan ने 1998 में आंध्र विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद उन्होंने साल 2000 में दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से MBA पूरा किया. बाद में लीडरशिप का एक कोर्स पूरा करने के लिए 2014 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के Said Business School भी गईं.
कितना है एक्सपीरियंस
आज Sandhya Devanathan के पास बैंकिंग, पेमेंट और टेक्नोलॉजी में इंटरनेशनल कॅरियर के साथ-साथ बतौर ग्लोबल बिजनेस लीडर 22 साल का एक्सपीरियंस भी है.
20% तक गिरे शेयर
Meta कंपनी के शेयर 20% तक नीचे गिर गए हैं और कंपनी को बाजार मूल्य में लगभग 67 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से तिमाही में कंपनी के मुनाफे में चौथी बार गिरावट दर्ज की गई. कंपनी इस समय सुस्त वैश्विक इकोनॉमिक ग्रोथ, टिकटॉक से मिल रहे कॉम्पिटिशन, एप्पल से प्राइवेसी चेंजेस जैसे कई मुद्दों पर चुनौतियों का सामना कर रही है. साथ ही मेटावर्स पर किया जा रहा भारी भरकम खर्च भी कंपनी के लिए बड़ी परेशानी बना हुआ है.
वहीं, अजीत मोहन Meta को छोड़कर Snap कंपनी में बतौर एशिया प्रशांत कारोबार के हेड के तौर पर शामिल हो गए हैं. इसके साथ ही भारत में व्हाट्सएप को लीड करने वाले अभिजीत बोस और कंपनी के लिए पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर रही राजी अग्रवाल ने भी Meta को छोड़ दिया है.