सत्संग ही जीवन का सार है- भागवत साहू

कबीर सत्संग समारोह में शमिल हुए शकुन्तला साहू विधायक

राजनांदगांव। सद्गुरु कबीर सत्संग आश्रम पोटियाडीह धमतरी में आयोजित कबीर सत्संग समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संसदीय सचिव सुश्री शकुंतला साहू विधायक कसडोल विधानसभा थी। राजनांदगांव जिला साहू संघ अध्यक्ष भागवत साहू ने मुख्य अतिथि सुश्री शकुंतला साहू को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत सम्मान किया और सतगुरु कबीर आश्रम पोटियाडीह  धमतरी के त्रिलोकी दास साहेब से चरण बंदगी कर आशीर्वाद लिया और कबीर सत्संग श्रवण किया।
कबीर सत्संग समारोह में संतो ने अपने मुखारविंद से सदगुरु कबीर साहेब की प्रवचन करते हुए कहा कि सब अपने अपने रास्ते के राही हैं सत्संग ही जीवन का सार है। वेश धारण करने वाले संत नहीं है, गुण का महत्व है। सबके भीतर संत है, उसे हमें जानना होगा ,कर्म को काटने का फल है। नाम में मन लगाए, मन मतवाला हाथी है इस पर नियंत्रण रखें। यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है, संगति का विशेष ध्यान रखें। हर इंसान रूपी धारी  इंसान नहीं होता। भजन से इंसान बने ,नाम की महिमा बताई संतो ने, संतो से प्रेम निभा सकते हैं तो निभा लेना भाई ।दुनिया में सुखी कौन है, सुखी वही है जिसके भाव भक्ति गुरु ज्ञान है वही सुखी है। सत्संग में रहे ,सत्संग में शांति मिल मिलेगी ,सत्संग में ऊंची चीज मिलेगी। गुरु से शिष्य का रिश्ता क्या होता है उसकी महिमा बताई। ज्ञान और अज्ञान का बोध कराया ।सत्य का बोध होता है या अज्ञानता। सत्संग को जाना नहीं मिथ्या ज्ञान हमने अपने अंदर भर लेते हैं। हम कब सत्य के लिए तैयार होंगे। सत्य का सहारा ले यही आत्मज्ञान हैं। मनसा से जन्म सुधारो भाई हनसा ऐसी दो धोखे का बिगाडो हो, की सुंदर भजन प्रस्तुत की गई। मानव तन को बनाना पड़ता है, ऐसा समय फिर नहीं मिलेगा जीवन को सफल बनाएं। आत्मज्ञान ही ज्ञान हैं, बाकी सब अज्ञान है। अपने आप तक पहुंच नहीं पाया सारी दुनिया जाना तो क्या जाना ।सत्य को पाना है कि नहीं ?आत्मज्ञान का दाता सदगुरु कबीर है। उक्त जानकारी रुपेंद्र साहू ने दी।

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