सत्येंद्र जैन के खिलाफ सबूत पाए गए
सूत्रों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय से प्राप्त सामग्री के आधार पर, इस मामले में सत्येंद्र कुमार जैन के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत पाए गए हैं।
ईडी ने दाखिल किया था आरोप पत्र
उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच और ‘पर्याप्त सबूत’ की मौजूदगी के आधार पर मंजूरी मांगी है। संघीय एजेंसी ने जैन के खिलाफ कथित हवाला सौदों से जुड़े धन शोधन मामले में मामला दर्ज किया और मई 2022 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल जमानत पर हैं और ईडी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है।
अगस्त 2017 में दर्ज की गई थी एफआईआर
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला अगस्त 2017 में जैन और अन्य के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में दर्ज की गई एफआईआर से जुड़ा है। सीबीआई ने दिसंबर 2018 में एक आरोप पत्र दायर किया, जिसमें कहा गया कि कथित आय से अधिक संपत्ति 1.47 करोड़ रुपये थी, जो 2015 के दौरान जैन की आय के ज्ञात स्रोतों से लगभग 217 प्रतिशत अधिक थी।