बिलासपुर। 16 जून से प्रदेशभर की स्कूलें खुल जाएंगी। स्कूल खुलने से पहले राज्य शासन ने जरूरी तैयारियों के सिलसिले में प्रदेशभर के कलेक्टरों को पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत बच्चों को स्कूल में ही गरम भोजन दिया जाना है। स्कूल खुलने से पहले रसोई घर व भंडार गृह की अच्छी तरह साफ सफाई करने का निर्देश जारी किया है। पहले दिन से ही प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना की शुस्र्आत की जाएगी।
शासन ने कलेक्टर व जिला शिक्षाधिकारियों को जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि लंबे समय से बंद रसोई घर व भंडार गृह की अच्छी तरह साफ सफाई करानी है। इन्हीं रसोई में बच्चों के लिए भोजन बनना है। लिहाजा बच्चों के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह का कोई खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। भोजन पकाने के सभी बर्तनों जैसे तेल, नमक, मसाला सहित अन्य खाद्य सामग्रियों के डिब्बों को अच्छी तरह से धोने का निर्देश दिया है।
बचा हुआ सामान उपयोग ना करने की हिदायत दी गई है। साफ करने के बाद डिब्बों में ताजा खा सामग्री भरने कहा गया है। 16 जून से खुलने वाली स्कूलों को देखते हुए नागरिक आपूर्ति निगम ने उचित मूल्य दुकानों के जरिए संकुल केंद्रों में माध्यम से स्कूलों में चावल का आवंटन करा दिया है। चावल को स्कूल परिसर में साफ सुथरे जगह पर रखने कहा गया है। बारिश का मौसम भी शुरू हो जाएगा। लिहाजा ऐसी जगह जहां बारिश का पानी न टपकता हो चयन करने कहा गया है।
बच्चों की सुरक्षा के लिए इसका रखना होगा ध्यान
भोजन के पूर्व बच्चों का हाथ साबुन से अच्छी तरह धुलाना होगा। इसके लिए स्कूल प्रबंधन को व्यवस्था करनी होगी।
भोजन बनाने वाले स्व सहायता समूह के सदस्यों को कोरोना गाइड लाइन का सख्ती के साथ पालन करना होगा।
भोजन के समय बच्चों के बीच आवश्यक दूरी होना अनिवार्य है। आपस में सटाकर बच्चे ना बैठे इसका ध्यान रखना होगा।
बच्चों को भोजन परोसते समय स्व सहायता समूह की महिलाओं को मास्क लगाना अनिवार्य है।
सैनिटाइजर को किचन एवं खा सामग्रियों से दूर रखना होगा। इस पर सावधानी बरतनी होगी।
बच्चों को ताजी सब्जियां ही खिलाई जाएंगी।
भोजन बनाते समय खा सामग्रियों और सब्जियों को पानी से अच्छी तरह धोना अनिवार्य है।
इस पर देना होगा ध्यान
भोजन बनाने वाली स्व सहायता समूह की किसी महिला सदस्य या पुस्र्ष सदस्यों को सर्दी खांसी व बुखार होने की स्थिति में आने की मनाही रहेगी। बुखार ठीक होने के बाद ही स्कूल परिसर में प्रवेश करेंगे।
बच्चों को बुखार होने की स्थिति में स्कूल नहीं भेजना है।