बैकफुट पर नक्सली
16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे बड़ी नक्सली कार्रवाई हुई थी, जिसमें 29 नक्सली मारे गए थे, जो कि हापाटोला का जंगल था। नौ जुलाई को जिला पुलिस बल, बस्तर फाइटर्स व बीएसएफ की संयुक्त टीम ने जो कार्रवाई की है वो पिछली बार हुई नक्सली घटना से एक किमी दूर बिनागुंडा का जंगल है। जवान लगातार इस क्षेत्र में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। और नक्सलियों को पीछे धकलने में सफलता मिल रही है।
नदी नाले व जंगलों को पार करना भी जवानों के लिए चुनौती
मानसून का समय है। यह क्षेत्र घनघोर जंगल से घिरा हुआ है। साथ ही नारायणपुर का अबूझमाड़ क्षेत्र भी है। जवान नदी नाले पार कर ऑपरेशन को अंजाम तो दे ही रहे है। जवानों के लिए नक्सली चुनौती तो है ही जंगल व नदियों को पार करना भी एक बड़ी चुनौती है।
इसकी सदस्य थी महिला नक्सली
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मारी गई महिला नक्सली की शिनाख्ती रीता मड़ियाम के रूप में की गई है जो कि बीजापुर जिले के मनकेली गांव की रहने वाली बताई जा रही है। महिला नक्सली जिस पीएलजीए मिलिट्री कंपनी की सदस्य है यह उत्तर बस्तर में नक्सलियों का एक लड़ाकू दस्ता है, जिसके साथ जवानों की मुठभेड़ हुई थी। वर्ष 2024 नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में अब तक 137 नक्सलियों के शव, 498 नक्सलियों की गिरफ्तारी और 461 नक्सलियों ने अब तक आत्मसमर्पण किया है।