दुर्ग। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के आईजी पर अपनी ही भतीजी को बंधक बनाकर रखने का आरोप लगा है. बिहार से आई टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से पीड़िता का रेस्क्यू कर सखी सेंटर में भेजा है.
बताया जा रहा है कि सीआईएसएफ आईजी संजय प्रकाश ने अपनी ही 22 साल की भतीजी को बंधक बनाकर रखा था. इस बात की जानकारी पीड़िता ने अपनी मौसी को पत्र के माध्यम से दी. पीड़िता की बिहार में रहने वाली मौसी ने पटना से महिला विकास मंच की वीणा मानवी और उनकी टीम के साथ दुर्ग पहुंची, जहां एसपी शलभ सिन्हा के हस्तक्षेप के बाद पीड़िता का रेस्क्यू सखी सेंटर भेजा है.
दरअसल, आईजी संजय प्रकाश की भतीजी ने पिछले दिनों अपनी मौसी अनीता शर्मा को पत्र लिखकर बताया था कि उसे आईजी संजय प्रकाश के चंगुल से नहीं निकाला गया तो वह अपनी जान दे देगी. पत्र मिलने के बाद युवती की मौसी अनीता शर्मा ने पटना की महिला विकास मंच की अध्यक्ष से बातचीत कर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद महिला विकास मंच की टीम दुर्ग पहुंचकर युवती का रेस्क्यू किया.
बताया गया कि युवती की माता की 2016 और पिता की 2021 में मौत हो गई थी, जिसके बाद युवती को उसके चाचा सीआईएसएफ के आईजी संजय प्रकाश ने अपने अपने घर में रखा है. फिलहाल, इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा विवेचना की जा रही है.