राजनांदगांव। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व प्रकरणों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी भू-राजस्व संहिता एवं राजस्व संबंधी नए नियमों की जानकारी से लैस रहे एवं सक्रियतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी राजस्व से संबंधित सभी प्रकरणों एवं शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा सभी कार्यों से प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े होते है, इसलिए उन्हें सभी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरण लंबित नहीं होने चाहिए। जनसामान्य की सुविधा के लिए शिविर लगाकर राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें। भू-अर्जन संबंधी प्रकरणों का अभियान चलाकर रिकार्ड दुरूस्तीकरण का कार्य करवाएं।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी एसडीएम जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में गति लाएं एवं इस कार्य के लिए पटवारियों की ड्यूटी लगाएं। उन्होंने कहा कि जुलाई के पहले सप्ताह में जाति प्रमाण पत्र का वितरण किया जाना है। इस दौरान उन्होंने राजनांदगांव तहसील में एक माह में 213 प्रकरण के निराकरण किए जाने पर प्रशंसा की। उन्होंने नवीन राजस्व ग्राम निर्माण कुहीकोड़ा के संबंध में जानकारी ली। तहसीलदार ने जानकारी दी कि ग्राम कुहीकोड़ा में अधिकार अभिलेख अनुसार खसरा एवं बी-1 का मिलान कार्य 100 प्रतिशत एवं स्थल का भौतिक सत्यापन व नक्शा बटांकन का कार्य 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। उन्होंने नामांकन, बंटवारा, सीमांकन, अविवादित नामांतरण प्रकरणों, लंबित प्रकरणों, डिजिटल हस्ताक्षरिकृत खसरा, कतिपय वृक्षों को काटने, भुइयां सॉफ्टवेयर में अभिलेख शुद्धता, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि न्याय योजना, अनसर्वेड ग्रामों का अभिलेख निर्माण, ऑनलाईन नामांतरण पंजी, ई-कोर्ट, त्रुटि सुधार, नगरीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण हेतु कृष्ण कुंज बनाये जाने, अपील प्रकरणों का निराकरण, गोसवारा, नजूल भू-भाटक, व्यपवर्तन प्रकरण, छत्तीसगढ़ लोक सेवा गारंटी, सड़क दुर्घटना में प्रभावित व्यकित्यों को अनुदान सहायता राशि, कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं दान -दाताओं से प्राप्त राशि के व्यय, वन अधिकार पत्र, प्रधानमंत्री सफल बीमा योजना की समीक्षा की।