शिवनाथ नदी उफान पर, मोंगरा बैराज डेम से छोड़ा गया 36 हजार क्यूसेक पानी….

राजनांदगांव। बरसात के सीजन में पहली बार शिवनाथ उफान  पर है, वहीं खाली पड़े बांध-बैराज भी छलक पड़े हैं। राजनांदगांव जिले समेत मोहला-मानपुर और अन्य क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश के चलते शिवनाथ समेत अन्य सहायक नदियों की रफ्तार बढ़ गई है। शनिवार को हुई बारिश अब तक की सर्वाधिक बारिश है। आषाढ़ का लगभग पूरा महीना हल्की बरसात और बंूदाबांदी के बीच गुजर गया। सावन से दो दिन पहले आषाढ़ में बादलों के बदलने से बड़ी नदियों समेत नालों की धार तेज हो गई है। शिवनाथ नदी की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। वजह यह है कि मोहला-मानपुर इलाके के जंगल का पानी शिवनाथ की रफ्तार बढ़ा रहा है। साथ ही मोंगरा बैराज से छोड़ा गया पानी भी शिवनाथ की धार को बढ़ाने में सहायक बना हुआ है।

इस बीच शनिवार को मोंगरा बैराज से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हालांकि रविवार को बैराज से पानी छोडऩा कम कर दिया गया है। इसके बावजूद शिवनाथ पूरे उफान पर है। शिवनाथ को इस बारिश के सीजन में पहली उफान का इंतजार था। मोंगरा, सूखा नाला, खातूटोला समेत अन्य बैराज का खालीपन दूर हो गया है। लगातार इन बांधों में कैचमेट एरिया से पानी बढ़ रहा है। पहाड़ी इलाकों का पानी बैराज में बड़ी मात्रा में पहुंच रहा है। पानी की आवक बढ़ते ही बांध-बैराज अब अपनी क्षमता से ज्यादा भर चुके हैं। ऐसे में जलाशयों से पानी भी छोड़ा जा रहा है।

लगातार हो रही बारिश से किसानों की खेती को लेकर चिंता दूर हो गई है। तेज बारिश के कारण खेती का काम लगभग सम्हल गया है। इस साल मानसून ने अपना असर काफी देर से दिखाया है। जबकि राज्य के दक्षिणी इलाके सुकमा और दंतेवाड़ा में बादल पूरी तरह से मेहरबानी दिखा रहे हैं।

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