नई दिल्ली. ‘श्रद्धा मर्डर केस’ में बड़ी खबर है. आरोपी आफताब को शनिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. इस फैसले से पहले पुलिस उसे लेकर अंबेडकर अस्पताल गई थी. यहीं से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये उसकी कोर्ट मे पेशी हुई. वह आज तिहाड़ जेल पहुंच जाएगा. स्पेशल पुलिस कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) सगरप्रीत हुडा ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अपील की थी कि इस मामले में कोर्ट अंबेडकर अस्पताल में ही लगाई जाए.
पुलिस ने बताया कि आफताब का आईपीसी की धारा 365/302/201 के तहत होने वाला पोलीग्राफ टेस्ट 25 नवंबर तक नहीं हो सका. दूसरी ओर, स्पेशल पुलिस कमिश्नर हूडा ने बताया कि उन्हें अभी तक मृतका श्रद्धा के शव की डीएनए रिपोर्ट नहीं मिली है. जबकि, दिल्ली पुलिस ने 16 नवंबर को मृतका के पिता विकास वॉलकर का डीएनए सैंपल ले लिया था. पुलिस इस डीएनए को जंगल में मिले शरीर के हिस्सों के डीएनए से भी मिलाएगी.
इस तरह खुला था मौत का राज
गौरतलब है इस हत्याकांड ने पूरे देश को हिला दिया है. यह मामला करीब 6 महीने पुराना है. इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब 10 नवंबर को पुलिस ने मृतका के पिता विकास वॉलकर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला को गिरफ्तार किया. उसके बाद हैरान करने वाले राज खुलने लगे. आफताब और श्रद्धा की मुलाकात डेटिंग वेबसाइट पर हुई थी और उसके बाद दोनों दिल्ली के छतरपुर में किराए के फ्लैट में रहने लगे थे.
कई महीनों पहले कर दी थी हत्या
बताया जा रहा है कि लिव-इन पार्टनर आफताब ने श्रद्धा की हत्या तो 18 मई को ही कर दी थी. उसके बाद उसने मृतका के शरीर के टुकड़े किए और फ्रीज में रख दिए. वह धीरे-धीरे अलग-अलग जगहों पर जाकर इन टुकड़ों को ठिकाने लगाने लगा. आफताब ने ह्यूमन एनाटॉमो पढ़ रखी थी. इससे उसे श्रद्धा का शव काटने में मदद मिली. दूसरी ओर, उसने कैमिकल का इस्तेमाल कर जमीन और कपड़ों से खून को साफ कर लिया था.