कराची.पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत लगातार अशांति के दौर से गुजर रहा है. हाल के दिनों में लगातार हमले किए गये हैं. 30 सितंबर को बलूचिस्तान प्रांत में एक शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. इससे पहले 24 सितंबर को शावर से क्वेटा जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन बलूचिस्तान के स्पेजंद शहर के पास आतंकवादियों ने रेल की पटरियां उड़ा दीं थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि, यह विस्फोट क्वेटा के ज़रघून रोड के पास हुआ. पुलिस के हवाले से, इसने कहा कि विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि कम से कम 19 अन्य घायल हो गए.
धमाके के बाद स्थानीय प्रशासन घायलों को अस्पताल ले जाने में जुटा है. फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई है. क्वेटा के अस्पतालों में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है. बम विस्फोट के चलते क्वेटा के अस्पतालों में सभी डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों को ड्यूटी पर मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है.
डॉन अखबार ने स्वास्थ्य सचिव मुजीबुर रहमान के हवाले से बताया कि बलूचिस्तान स्वास्थ्य विभाग ने शहर भर के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया है. रहमान ने कहा, “सभी सलाहकारों, डॉक्टरों, फार्मासिस्टों, स्टाफ नर्सों और पैरामेडिकल कर्मचारियों को अस्पतालों में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है.”
अखबार ने प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के मीडिया समन्वयक डॉ. वसीम बेग के हवाले से कहा, “विस्फोट में घायल हुए 19 लोगों को सिविल अस्पताल के दुर्घटना एवं आपातकालीन विभाग और ट्रॉमा सेंटर लाया गया.”
बलूचिस्तान लंबे समय से अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. प्रांत में कई गुटों ने पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह छेड़ रखा है. ये गुट स्थानीय लोगों के लिए ज्यादा अधिकारों की मांग कर रहे हैं.