सुकमा में जवानों ने बरामद किए 5 IED, बड़ी घटना की फिराक में थे माओवादी

छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित सुकमा जिले में फोर्स के जवानों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। सुरक्षा बलों को निशाना बनाने फुलमपाड़ इलाके में नक्सलियों ने 5 आईईडी (Improvised Explosive Device) प्लांट किया था। नक्सलियों की कायराना करतूत पर जवानों ने पानी फेर दिया। 201 कोबरा बटालियन के जवानों ने आईईडी को देखा, जिसे बम निरोधक दस्ते की टीम ने विस्फोट कर नष्ट कर दिया। सभी आईईडी काफी शक्तिशाली थे, अगर जवान इसकी चपेट में आते तो बड़ा नुकसान हो जाता। मामला चिंतलनार थाना क्षेत्र का है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले के फुलमपाड़ गांव में आईईडी बरामद किया गया है। 201 कोबरा बटालियन की टीम सर्चिंग पर रवाना हुई थी। माओवादियों द्वारा जवानों को नुकसान पहुंचाने और बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची गई थी। सर्चिंग के दौरान जवानों ने 5 आईईडी बम बरामद कर माओवादियों के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया। जवानों ने मौके से वॉकी टॉकी सेट, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, कैमेरा फ्लैश, 12 वोल्ट बैटरी इलेक्ट्रिक वायर, माओवादी बैनर, माओवादी साहित्य, विस्फोटक सहित दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया है।

एक सप्ताह तक किरंदुल नहीं जाएगी यात्री ट्रेन 
बता दें कि बस्तर में नक्सलियों के द्वारा आर्थिक नाकेबंदी और दमन विरोधी सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसे देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। दमन विरोधी सप्ताह को देखते हुए विशाखापट्टनम-किरंदुल पैसेंजर को एक बार बार फिर रोक दिया गया है। एक सप्ताह तक ट्रेन किरंदुल नहीं जाएगी। ट्रेनों का अंतिम स्टॉपेज जगदलपुर होगा। यहीं से ट्रेन वापस लौटेगी भी। विशाखापट्टनम या ओडिशा जाने वाले यात्रियों को जगदलपुर से ही ट्रेन में बैठना होगा। साल 2022 में नक्सल दहशत और दूसरे कारणों से बस्तर की पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन करीब 42 दिन से ज्यादा बंद रहा है।

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