नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इंकार कर दिया है. सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी समारोह में शामिल नहीं होंगे. कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम करार दिया है.
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला.
हमारे देश में लाखों लोग भगवान राम की पूजा करते हैं. धर्म एक निजी मामला है, लेकिन आरएसएस/बीजेपी ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर का राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है. भाजपा और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए किया गया है.
2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने स्पष्ट रूप से आरएसएस/भाजपा कार्यक्रम के निमंत्रण को सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है.