राजनांदगांव। जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिहं ने सर्वप्रथम थाना बोरतलाव का औचक निरीक्षण कर थाने के रजिस्टर, रोजनामचा, शिकायत पत्र आदि का अवलोकन कर लंबित मामलों को किसी भी स्थिति में जल्द से जल्द पूरा करने कहा। थाने की साफसफाई जवानों की वेशभूषा को देखा। थाना के शस्त्रागार, रिकार्ड रूम, का निरीक्षण किया। पुराने दस्तावेजों के नष्टीकरण की हिदायत दी एवं थाना भवन के साथ मोर्चा का भी निरीक्षण किया। थाने में शिकायत लेकर आने वाले फरियादियों से शालीनता पूर्ण व्यवहार करने के साथ फरियादियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए विशेष ध्यान रखने हेतु समझाईश दी। साथ ही पुलिस के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से उनकी समस्या पूछ कर निधान हेतु आश्वासन दिया। थाना बोरतलाव में कार्यरत आई.टी.बी.पी. के ए.सी. एवं जवानों से मिले। समन्वय स्थापित कर नक्सल ऑपरेशन को तेज करने कहा गया। महाराष्ट्र बॉर्डर होने से कोविड महामारी को देखते हुए बैरियर का निरीक्षण कर कोविड जांच में लगे स्टाफ से मुलाकात की
तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह थाना बागनदी पहुंचकर उपस्थित पुलिसकर्मियों से सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में अवैध गांजा, धान एवं शराब के परिहवन में पूर्ण प्रतिबंध लगाने हेतु निर्देश दिया गया। उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं जवानों से रूबरू हुए और उनका हालचाल जाना थाना के अभिलेखों के संबंध में भी पूछताछ करते हुए पुलिसकर्मियों को उनके डयूटी के प्रति कर्तव्य और दायित्व के प्रति उचित दिशा निर्देश दिया गया। थाना में उपस्थित जवानों के निर्धारित गण्वेश को चेक किया गया जिसमें से 01 आरक्षक की वर्दी बहुत अच्छी पाये जाने से उसे पुलिस अधीक्षक द्वारा उसे पुरस्कृत किया गया। थाना बागनदी राज्य सीमा स्टेट होने से कोविड जांच केन्द्र में लगे स्टाफ से मिलकर जांच प्रक्रिया में कोई कोताही न बरतने की हिदायत दी गई। थाना बागनदी में तैनात आई.टी.बी.पी. के डी.सी. साहब एवं स्टाफ से मिलकर जिला बल का सहयोग करने एवं आसूचनाओं का आदानप्रदान करने एवं नक्सल विरोधी अभियान हेतु तत्पर रने को कहा गया।
उसके के बाद घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ओपी जोब पहुंचकर क्षेत्र में चल रहे नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने नक्सल आपरेशन का नियमित संचालन करने एवं सीमावर्ती थानों से समन्वय स्थापित कर ऑपरेशन चलाने हेतु दिशानिर्देश दिया गया। नक्सल ऑपरेशन के दौरान समय समय पर वरिष्ठ कार्यालय से दिये गये निर्देशों का पालन करने को कहा गया। उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं जवानों से रूबरू हुए और उनका हालचाल जाना एवं जवानों का मनोबल बढ़ाया। उपस्थित जवानों को ईमानदारी व सतर्कतापूर्वक ड्यूटी करने की बात कहते हुए अपने अपने अनुभवों को साझा किया गया।
अपने भ्रमण के दौरान थाना छुरिया पहुंचकर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा थाने के शस्त्रागार, रिकार्ड रूम, मोर्चा का निरीक्षण किये दस्तावेजों की रख रखाव अपराध रजिस्टर, मालखाना, शिकायत रजिस्टर की जांच पड़ताल की और पुराने दस्तावेजों की नष्टीकरण की हिदायत दी। उन्होने ने उपस्थित पुलिसकर्मियों से अभिलेखों के संबंध में भी पूछताछ करते हुए उसके संधारण हेतु दिशा निर्देश दिए। थाने पर उपस्थित पुलिसकर्मियों को उनके डयूटी के प्रति कर्तव्य और दायित्व के प्रति उचित दिशा निर्देश दिया गया। थाना छुरिया अंतर्गत तैनात आई.टी.बी.पी. के सी.ओ. एवं जवानों से मुलाकात कर उनका हाल जाना और किसी प्रकार की समस्या होने पर उसके निराकण हेतु आश्वासन भी दिया गया।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ओ.पी. चिचोला पहुंचे वहां प्रभारी पुलिस चौकी आर.एस.सेंगर से ग्वालियर मध्यप्रदेश से रेस्क्यू कर लाये गये 5 बालिकाओं जिसमें 2 बालिक एवं 3 नाबालिग थी के संबंध में जानकारी लिये और उनके पूरे टीम को बधाई दी तत्पश्चात पुलिस चौकी का जायजा लिया बाद मुख्यालय वापस आये।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के थाना भ्रमण के दौरान उनके साथ नगर पुलिस अधीक्षक गौरव राय एवं एस.डी.ओ.पी. डोंगरगढ़ कृष्णा पटेल मौजूद रहे। कृष्णा पटेल द्वारा अपने अनुविभाग में चल रहे आपराधिक एवं नक्सल गतिविधियों के संबंध में पुलिस अधीक्षक से चर्चा की गई जिसपर पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराध पर अंकशु लगाने हेतु प्रतिबंधात्मक कार्यवाही पर जोर देने एवं नक्सल अभियान को तेज करने हेतु दिशानिर्देश दिया गया।