राजनांदगांव। गत 27 फरवरी को एससीईआरटी रायपुर से श्रीमती संध्या रानी जो शासन की महत्वकांक्षी योजना सुघ्घर पढ़वईया को लेकर जिले के प्रभारी के तौर पर नियुक्त हुई है उनको राजनांदगांव के प्राथमिक- माध्यमिक स्कूल में आकलन के लिए आना हुआ जहां उन्होंने जिले की टीम जिला नोडल अधिकारी श्रीमती रश्मि सिंह,जिला सहायक नोडल अधिकारी मनोज मरकाम ,एपीसी समग्र शिक्षा राजनांदगांव एवं विकासखंड राजनांदगांव के नोडल अधिकारी भगत सिंह ठाकुर और विकासखंड के चयनित संकुल समन्वयक कुलदीप देवांगन, रविंद्र सिंह, गुफरान सिद्दीकी एवं अमिताभ सक्सेना के द्वारा प्राथमिक शाला रानी तराई का आकस्मिक अवलोकन आकलन सुघ्घर पढवैया को लेकर किया गया।
इस आकलन की विशेषता यह रही कि यह शासन की महत्वपूर्ण योजना सुघ्घर पढवैया को लेकर जिन स्कूलों ने तीसरे पक्ष को अपने यहां आकर स्कूल का आकलन करने की चुनौती स्वीकार की है उन स्कूलों में राजनांदगांव जिले का यह पहला स्कूल था जहां राज्य की टीम के द्वारा जिला प्रभारी के द्वारा यहां पर आकर उस स्कूल का आकलन किया गया उस आकलन टीम में जिले के चयनित संकुल समन्वयक भी साथ रहे और इस आकलन का संपादन किया।
प्रातः 10 बजे से शुरू होकर 4 तक यह आंकलन चलता रहा सभी कक्षा में सभी विषय पर 47 बच्चों से आकलन कर्ताओं ने बहुत ही विस्तार से सारगर्भित पूरी दक्षता के दक्षता के साथ] खासतौर पर प्राथमिक शाला की 91 दक्षताओ पर आधारित प्रश्नोत्तरी जो कि राज्य के प्रभारी मैडम के द्वारा लाया गया था उसको लेकर बच्चों का आकलन किया गया और परिणाम बहुत ही उत्साहवर्धक और बहुत ही शानदार रहा इसके लिए संबंधित स्कूल की शिक्षिकाओ उल्लेखनीय कार्य रहा। जिसमें श्रीमती सेन मैडम प्रधान पाठक रानीतराई श्रीमती साहू मैडम एवं श्रीमती जैन मैडम का बहुत ही सार्थक प्रयास रहा।जिनके कारण बच्चे बहुत तैयार थे और उन्होंने शानदार तरीके से सभी अवलोकन कर्ता को जवाब दिया हां यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि कम समय में ही इन स्कूलों ने यह दक्षता पर काम करके बच्चों को बहुत अच्छा तैयार किया ।
इसमें शिक्षिकाओं की सतत मेहनत के साथ साथ जिला प्रशासन के द्वारा बच्चों के लिए स्कूलों में स्मार्ट टीवी की जो व्यवस्था जन सहयोग से किया गया है जिसमें जिला स्तर से तैयार डिजिटल मटेरियल स्कूलों को उपलब्ध कराया गया । यह भी इस आकलन के लिए क्वालिटी सुधार के लिए स्कूलों के लिए बहुत कारगर रहा है। जिसका परिणाम कल देखने को मिला जिला प्रभारी ने हर कमरे में जाकर सभी बच्चे से बात किये और उनके द्वारा स्वयं से भी स्मार्ट टीवी के संचालन की स्थिति को देखा गया।
उन्होंने भी स्मार्ट टीवी की इस योजना को बहुत सराहना की और साथ ही उन्होंने जिलाधीश महोदय का भी आभार व्यक्त किया जिनके प्रयास से राजनांदगांव जिले के सभी प्राथमिक माध्यमिक शालाओं में स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराई गई है ।जन सहयोग से जिसका बेहतर उपयोग एवं सुधार प्रक्रिया में बच्चों की दक्षता में सुधार करके बच्चों के आकलन के लिए बहुत ही शानदार प्रयास रहा।