कवर्धा। कबीरधाम जिले के कोटवार संघ को जिला मुख्यालय कवर्धा में अपना स्वयं सर्व सुविधायुक्त कोटवार सामुदायिक भवन मिल गया गया है। प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद कबीरधाम प्रदेश का पहला जिला है, जहां जिला कोटवार संघ की मांगां को पूरा करते हुए संघ के लिए सर्व सुविधायुक्त कोटवार सामुदायिक सदन भवन का निर्माण कराया गया है। कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने अपने विधायक निधि से 14 लाख 35 हजार रूपए की लागत से इस भवन का निर्माण कराया है। कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कहा कि कोटवारों को स्वयं का कोटवार सदन मिलने के बाद कबीरधाम जिला पूरे प्रदेश में एक मॉडल जिला के रूप में उभरा है। पूरे राज्य में कोटवारों के लिए सभी जिलों में ऐसी सुविधा मिलाए ऐसा पूरा प्रयास भी किया जाएगा। कोटवारों की मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर पूरा करने का प्रयास भी करेंगे।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से भवन का उद्घाटन किया। साथ ही श्री अकबर ने कोटवार संघ के अध्यक्ष सूरज दास मानिकपुरी के हाथों इस भवन का विधिवत फीताकाट कर लोकार्पण भी कराया। लोकार्पण कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से किया गया। मंत्री श्री अकबर के साथ अगमदास अनंत विशेष रूप से उपस्थित थे। वही कवर्धा में कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, राजेश माखिजा, एसडीएम श्री विनय सोनी, पार्षद संतोष यादव, कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी चौरसिया, एसडीओ श्री चौहान व जिले भर के कोटवार बोडलाए सहसपुर लोहारा और पंडरिया विकाखण्ड मुख्यालय में वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने उद्घाटन अवसर पर जिले भर के कोटवार को संबोधित करते हुए कहा कि कोटवार शासन और प्रशासन की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं। वे अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ चौबीसों घंटे अपनी सेवाएं देते हैं। गांव की छोटी से छोटी घटनाओं को जिला प्रशासन के माध्यमों से शासन के संज्ञान में लाने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते है। अब कोटवारों को स्वयं का सर्वसुविधायुक्त नया भवन मिलने के उनके समस्याओं का ठोस समाधान मिल गया है। इस भवन का लाभ अब पूरे जिले भर के कोटवारों को मिलेगी। उन्होंने इस सौगात के लिए जिले के सभी कोटवारों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि हम आगे भी लोगों की मांगों और समस्याओं को पूरा करने के प्रयास करते रहेंगे।