घंटो ऑनलाइन रहने पर बदल सकती है आपके दिमाग की कार्य प्रणाली, क्या कहती है स्टडी?

टेक्नोलॉजी डेस्क। अत्यधिक इंटरनेट उपयोग के नकारात्मक प्रभावों के बारे में अक्सर हम सुनते हैं, लेकिन हाल ही में एक स्टडी से और अधिक चिंताजनक परिणाम सामने आए है, जिसमें टीनएज बच्चों के विकासशील मस्तिष्क पर इसका गहरा असर देखा जा सकता है।

पीएलओएस मेंटल हेल्थ में प्रकाशित, शोध ने इंटरनेट की लत से पीड़ित 200 से अधिक किशोरों के डेटा का विश्लेषण किया। इसके निष्कर्ष मस्तिष्क नेटवर्क में महत्वपूर्ण व्यवधानों को प्रकट करते दिखाई दिए हैं। हम यहां इसके हर पहलू के बारे में विस्तार से जानेंगे।

फंक्शनल कनेक्टिविटी होगी बाधित

  • अध्ययन ने इन बच्चों में अलग-अलग मस्तिष्क क्षेत्रों के परस्पर क्रिया करने के तरीके की जांच करने के लिए कार्यात्मक मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग (fMRI) का उपयोग किया।
  • इसके परिणामों ने आराम की अवधि के दौरान विशिष्ट क्षेत्रों में बढ़ी हुई गतिविधि दिखाई दी, जो ऑनलाइन सक्रिय न होने पर भी इंटरनेट से संबंधित विचारों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का सुझाव देती है।
  • इसके अलावा मस्तिष्क का ‘एग्जीक्यूटिव कंट्रोल नेटवर्क’ – निर्णय लेने, मैमोरी और केंद्रित सोच जैसे जरूरी कार्यों के लिए जिम्मेदार कनेक्टिविटी में चिंताजनक कमी को दर्शाता है। यह व्यवधान प्रतिभागियों में देखे गए व्यवहारिक परिवर्तनों से जुड़ा हुआ है।

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