Balochistan Blast : बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में शुक्रवार को एक मस्जिद के पास एक आत्मघाती विस्फोट में एक पुलिस अधिकारी सहित कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई जबकि 130 से ज्यादा लोग घायल हो गए. शहीद नवाब गौस बख्श रायसानी मेमोरियल अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सईद मीरवानी ने डॉन.कॉम को हताहतों की संख्या की पुष्टि की, जबकि सिटी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) मोहम्मद जावेद लेहरी ने कहा कि मृतकों में एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है.
मस्तुंग के सहायक आयुक्त (एसी) अत्ताहुल मुनीम ने कहा कि विस्फोट तब हुआ जब लोग अलफलाह रोड पर मदीना मस्जिद के पास ईद मिलादुन नबी (पीबीयूएच) जुलूस के लिए एकत्र हो रहे थे. उन्होंने पुष्टि की कि विस्फोट डीएसपी गिश्कोरी की कार के पास हुआ था, जिन्हें जुलूस के किनारे रहना था.
डीएसपी की कार के पास हमलावर ने खुद को उड़ाया
SHO लेहरी ने कहा कि विस्फोट एक ‘आत्मघाती विस्फोट’ था और हमलावर ने DSP गिश्कोरी की कार के बगल में खुद को उड़ा लिया. बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचकजई ने कहा कि बचाव दल को मस्तुंग भेजा गया है. उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा स्थानांतरित किया जा रहा है और सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है.
‘धार्मिक सहिष्णुता और शांति नष्ट करना चाहता है दुश्मन’
अचकजई ने कहा, ‘दुश्मन विदेशी मदद से बलूचिस्तान में धार्मिक सहिष्णुता और शांति को नष्ट करना चाहता है, विस्फोट असहनीय है.’ उन्होंने आगे कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री अली मर्दन डोमकी ने अधिकारियों को विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है.
पीटीआई नेता इमरान इस्माइल ने विस्फोट की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जो लोग ‘निर्दोष लोगों की जान लेते हैं, वे अत्याचारी और आतंकवादी हैं.’ उन्होंने उम्मीद जताई कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां जल्द ही दोषियों को पकड़ लेंगी.
मुस्तंग में हो चुके हैं कई आतंकी हमले
इस महीने की शुरुआत में, इसी जिले में एक विस्फोट में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) नेता हाफिज हमदुल्ला सहित कम से कम 11 लोग घायल हो गए थे. उससे एक सप्ताह पहले, लेवी के एक अधिकारी को बस स्टैंड पर अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी, जबकि वहां से गुजर रहे दो अन्य घायल हो गए थे.
इस साल मई में, अज्ञात हमलावरों ने मस्तुंग के बाहरी इलाके किल्ली सोर करेज़ इलाके में एक पोलियो टीकाकरण टीम को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. पिछले साल अक्टूबर में मस्तुंग के क़ाबू के पहाड़ी इलाके में दो वाहनों को निशाना बनाकर किए गए बम हमले में तीन लोग मारे गए थे और छह अन्य घायल हो गए थे.
जुलाई 2018 में, इसी जिले में एक घातक आत्मघाती विस्फोट में राजनेता नवाबज़ादा सिराज रायसानी सहित कम से कम 128 लोग मारे गए और 200 से अधिक लोग घायल हो गए.